भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक पूर्णेश मोदी (MLA Purnesh Modi) द्वारा दायर एक मामले में सूरत की एक निचली अदालत द्वारा 23 मार्च को भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 499 और 500 (मानहानि) के तहत दो साल की जेल की सजा सुनाए जाने के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Congress leader Rahul Gandhi) को अयोग्य घोषित कर दिया गया था। यह मामला 2019 के लोकसभा चुनाव (Lok Sabha elections) से पहले एक चुनाव अभियान कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राहुल गांधी द्वारा ‘मोदी’ उपनाम का उपयोग करने वाली टिप्पणी से संबंधित था।
उक्त घटनाक्रम में कांग्रेस नेता राहुल गांधी की संसद सदस्यता खत्म होने के साथ उनका सरकारी आवास भी खाली करा दिया गया। लेकिन गुजरात कांग्रेस ने एक बार फिर इस मामले को ताजा करते हुए कथित रूप से बुधवार को आरोप लगाया कि राहुल गांधी के खिलाफ आपराधिक मानहानि (criminal defamation) का मुकदमा दायर करने वाले भाजपा विधायक पूर्णेश मोदी (BJP MLA Purnesh Modi) सहित चार पूर्व मंत्रियों ने उन्हें आवंटित मंत्री बंगला अभी तक खाली नहीं किया है, जो उन्हें भूपेंद्र पटेल शासन में आवंटित किये गए थे। जिसमें पूर्व मंत्री जीतू चौधरी, किरीटसिंह राणा और विनू मोराडिया शामिल हैं।
पूर्णेश मोदी अब नहीं हैं मंत्री
ज्ञात हो कि, सितंबर 2021 में विजय रूपानी सरकार के बाद आई भूपेंद्र पटेल सरकार में पूर्णेश मोदी नागरिक उड्डयन, पर्यटन और तीर्थ विकास राज्य मंत्री, मोराडिया शहरी विकास और शहरी आवास मंत्री थे, जबकि जीतू चौधरी कल्पसर और मत्स्य पालन मंत्री थे। वहीं, किरीटसिंह राणा पर्यावरण और वन मंत्री थे। राणा अभी भी लिंबडी सीट से बीजेपी विधायक हैं, मोराडिया और चौधरी दोनों मौजूदा विधायक नहीं हैं।
मंत्री न रहते हुए सरकारी बंगले के उपयोग पर सवाल
कांग्रेस प्रवक्ता हेमंत रावल ने बंगले की एक तस्वीर दिखाते हुए हुए कहा, “पूर्णेश मोदी, जिन्होंने राहुल गांधी के खिलाफ मुकदमा दायर किया था, जो राज्य भवन के पास 11 नंबर बंगले में रहते हैं, इस पर अभी भी पूर्णेश मोदी की नेमप्लेट लगी हुई है। उन्होंने इसे खाली नहीं किया है और अभी भी इसका उपयोग कर रहे हैं।” रावल ने कथित रूप से दावा किया कि, “इन बंगलों पर जनता का पैसा खर्च किया जा रहा है और पूर्व मंत्री इसका उपयोग कर रहे हैं। हमें पता चला है कि वर्तमान मंत्रियों को बंगले आवंटित नहीं किए गए हैं उनके रहने के लिए सर्किट हाउस पेश किया गया है। ”
एक ट्विटर यूजर ने लिखा, “पूर्णेश मोदी, जिन्होंने श्री राहुल गांधी के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर किया। मंत्री पद खोने के बावजूद सरकारी आवास खाली नहीं किया है। क्या उसे अभी तक नोटिस दिया गया है? या बंगला कांग्रेस नेता को परेशान करने का रिटर्न गिफ्ट है?”
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