गुजरात की राजनीति में विधानसभा चुनाव के बाद भी कांग्रेस नेताओं का भाजपा में शामिल होने सिलसिला जारी है। विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार से कांग्रेस नेताओं को अपना भविष्य सुरक्षित नहीं लग रहा। पूर्व विधायक कांति सोढा परमार कांग्रेस से अलग होकर भाजपा में शामिल हो गए हैं। 29 जनवरी को पूर्व विधायक कांति सोढा परमार ने कांग्रेस के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया।सोमवार को कमलम में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीआर पाटिल ने औपचारिक रूप से केसरिया केस पहनाकर भाजपा में शामिल कराया।
कौन हैं कांति सोढा परमार?
कांति सोढा परमार Kanti Sodha Parmar2017 में आणंद Anand सीट से विधायक MLA निर्वाचित हुए थे। हालांकि, 2022 के चुनाव में वह भाजपा के योगेश पटेल Yogesh Patel of BJP से हार गए। गौरतलब है कि इससे पहले 2020 में भी कांति सोढा परमार के कांग्रेस छोड़ने की अटकलें सामने आई थीं। हाल ही में जब वह अपने विधानसभा क्षेत्र में गए तो स्थानीय लोगों ने उन्हें विभिन्न मुद्दों को लेकर घेर लिया। साथ ही उसके बेटे पर एक युवक से मारपीट करने का भी आरोप लगाया था।
बैठक आणंद सर्किट हाउस में हुई
खास बात यह है कि आणंद सर्किट हाउस Anand Circuit House में बंद कमरे में बैठक भी हुई. कयास लगाए जा रहे थे कि आणंद जिले के दो पूर्व विधायक भाजपा में शामिल हो सकते हैं। हालांकि इन तमाम गतिविधियों के बीच कांग्रेस के पूर्व विधायक कांति सोढा परमार ने कांग्रेस के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया और यह लगभग तय था कि वे केसरिया कैंप में शामिल होंगे . आज उन्होंने कमलम पहुंचकर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल BJP State President CR Patil के हाथों सदस्यता ग्रहण की।
कांतिभाई सोढ़ा ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि दिल्ली कांग्रेस को गुजरात के काम में कोई दिलचस्पी नहीं है। गुजरात विधानसभा चुनाव में प्रत्याशियों की मदद के लिए दिल्ली कांग्रेस का कोई नेता नहीं आया है। कांग्रेस अपने कार्यकर्ताओं की रक्षा नहीं करती है जबकि भाजपा अपने कार्यकर्ताओं को पहले रखती है। कांग्रेस में अब कोई नेता नहीं है। इसलिए वह आणंद के विकास के लिए भाजपा में शामिल हो रहे हैं।