सीआईडी ने बड़े पैमाने पर चल रही फुटबॉल सट्टेबाजी घोटाले का खुलासा किया है, जिसमें खेलप्रेमियों के साथ कम से कम 900 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी हुई है।
घोटाले को “दानी-दाता” नामक एक ऐप की मदद से अंजाम दिया गया। यह स्कोर की भविष्यवाणी करने वाला था। इसे “निवेश अवसर” (investment opportunity) के रूप में चलाया गया। जांच में ठग का ठिकाना दुबई में पाया गया।
दुबई स्थित सरगना लखन ठक्कर और नयन शाह के खिलाफ लुक आउट सर्कुलर (LOC) जारी कर दिया गया है। इस मामले की पहली एफआईआर पालनपुर पुलिस थाने में दर्ज की गई थी। फिर इसे सीआईडी-क्राइम को ट्रांसफर कर दिया गया।
सीआईडी ने गुजरात में अभियुक्तों के 100 बैंक खातों का पता लगाया है, जिनमें से 20 खाते अहमदाबाद में हैं। यह पैसा अवैध हवाला चैनलों के जरिए दुबई और यूरोपीय देशों में ट्रांसफर किया गया था। सूत्रों ने कहा कि इस पैसे का इस्तेमाल टेरर फंडिंग के लिए भी किया जा सकता है।