देश में भले ही राजा – रजवाड़ों का दौर खत्म हो गया हो लेकिन 5 राजा अभी भी हैं। वह अपना राज दरबार भी लगाते हैं और सुनवाई भी करते है। हालांकि दरबार लगाने का अवसर एक दिन ही मिलता है। एक लेकिन लोगों के लिए वह राजा ही हैं। एक ऐतिहासिक गौरव के प्रतिनिधि के तौर उनकी विरासत और परंपरा कायम है। साल में एक बार जिला मुख्यालय में उनकी सवारी निकलती है। मानों राजा अपने राज्य के भ्रमण के लिए निकले हो।
गुजरात के राज्यपाल और गुजरात सरकार के मंत्री जाकर राजाओं का सम्मान करते हैं। देश के बाकी राजाओं का ” वार्षिकाना ” भले ही बंद हो गया हो लेकिन गुजरात के आदिवासी बाहुल्य डांग के राजाओं का वार्षिकाना अभी भी जारी है। यह वह राशि होती है जो राजाओं और उनके नायकों ( सेनापतियों ) को राज्य के कोष से प्रदान की जाती है। इसे पोलटिकल पेंशन या सालियाणु भी कहते हैं।
वार्षिकाना की राशि आज के दौर में भले ही कम हो लेकिन राज्य सरकार एक बेहद गौरवशाली प्रक्रिया के तहत यह राशि देती है। वार्षिकाना की रकम मासिक तौर से 14 से 16 हजार ही होती है ,इसलिए यह राजा जीवन निर्वाह के लिए छोटे मोटे काम भी करते हैं। केवल पांच राजाओं को ही नहीं बल्कि भाई बंधुओं और उनके नायकों को भी वार्षिकाना चुकाया जाता है। सरकार भी उनके नाम के आगे “राजवी श्री ” लगाती है। 2005 ,2012 ,2017 में वार्षिकाना राशि में बढ़ोत्तरी भी की गयी थी। नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे तब पांच राजाओं के डांग जिला मुख्यालय में घर बनाने के लिए जमीन भी आवंटित की गयी थी।
1870 से आयोजित हो रहा है डांग दरबार
अंग्रेजों ने 1800 में इस विस्तार पर कब्ज़ा करने का प्रयास किया लेकिन स्थानीय राजाओं के कुशल रणनीति और सैन्य बल के आगे उनकी एक नहीं चली। आख़िरकार कई बार मुँह की खाने के बाद अंग्रेजों ने 1842 में डांग के आदिवासी राजाओं के साथ समझौता किया। इसी जीत की याद में डांग दरबार का आयोजन किया जाता है। 1870 से डांग दरबार आयोजित किया जाता है। 1876 में धुलिया महाराष्ट्र में डांग दरबार का भव्य उत्सव मनाया गया था। इसके बाद हर साल से डांग दरबार का भव्य आयोजन हो रहा है। 1954 से डांग के राजाओ को पोलटिकल पेंशन मिल रही है।
किसको कितनी मिलती है पेंशन
राजा राज पोलटिकल पेंशन
किरणसिंग यशवंतराव पवार गढ़वी राज 232650
छत्र सिंग भवर सिंग आमलाराज 175666
धनराज चन्द्रसिंग सूर्यवंशी वासुणा राज 147553
तपनराव आवंदराव पवार दहेर राज 158386
त्रिकमराव साहेबराव पवार पीपरीराज 191246
452 नायक और भाई बंधू 6334073
कुल 7239574
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