उत्तर प्रदेश भले ही प्रति व्यक्ति आय में राष्ट्रीय आय से नीचे हो, उत्तरप्रदेश के युवक तमाम औधोगिक शहरो में सस्ते श्रमिक के तौर पर दशकों से अपनी पहचान बनाये हो , मानो यही उनकी नियति हो गयी हो | विकास के तमाम आकड़ो में उत्तर प्रदेश निचले पायदान से कुछ ही ऊपर होता है , इसलिए चुनाव भी गरीबी , बेरोजगारी,महगाई , जैसे मुद्दों हावी रहते है | जाति – धर्म भले ही सियासी बटवारे के लिए इस्तेमाल किया जाता है लेकिन एक तस्वीर खुशनुमा लग सकती है लेकिन कुछ लोगो के लिए | उत्तरप्रदेश के विधायक काफी अमीर माने जाते हैं। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की एक रिपोर्ट के मुताबिक, 2004 से अब तक चुने गए उत्तर प्रदेश के विधायकों की औसतन संपत्ति 4.60 करोड़ रुपये है। मतलब ज्यादातर विधायक करोड़पति ही हैं।सभी धनी विधायक दल बदल में भी माहिर हैं |
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उत्तर प्रदेश के सबसे धनी 10 विधायकों की संपत्ति देखे तो दल -जाति -धर्म ,ऊंच ,नीच शिक्षा -अशिक्षा का कोई मायने नहीं रह जाता है | इसमें छह विधायक ऐसे हैं जिन्होंने केवल 10वीं से 12वीं तक की पढ़ाई ही की है, सबसे अमीर विधायकों की सूची में पहले और दूसरे नंबर पर बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर जीते विधायक हैं। पांच विधायक भाजपा के हैं, एक विधायक ने चुनाव के बाद भाजपा जॉइन कर ली। तीन अमीर विधायक बसपा के हैं, जबकि एक विधायक समाजवादी पार्टी का, भाजपा भी पीछे नहीं है |
शाह आलम ऊर्फ गुड्डू जमाली
बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर आजमगढ़ के मुबारकपुर सीट से जीत हासिल की थी। मायावती ने उन्हें बसपा विधानमंडल दल का नेता भी बनाया था, लेकिन नवंबर 2021 में उन्होंने बसपा को ही झटका दे दिया। अब वह समाजवादी पार्टी में शामिल हो चुके हैं। पेशे से कारोबारी हैं।
2017 में चुनाव आयोग को दिए हलफनामे के आधार पर जमाली के पास कुल करीब 118 करोड़ की संपत्ति है।
जामिया मिलिया इस्लामिया से 1993 में बी.कॉम की पढ़ाई की है।
विनय शंकर तिवारी
गोरखपुर के चिल्लूपार विधानसभा से बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर 2017 में जीत हासिल की थी। हाल ही में उन्हें पार्टी से बर्खास्त कर दिया गया है। गोरखपुर के बाहुबली नेता रहे हरिशंकर तिवारी के बेटे विनय शंकर समाजवादी पार्टी का दामन थाम चुके हैं।
2017 में दिए गए हलफनामे के मुताबिक विनय शंकर के पास करीब 68 करोड़ रुपये की चल-अचल संपत्ति है।
विनय शंकर को गाड़ियों का शौक है। इन्होंने 2017 से पहले ही शेरवले क्रूज बाइक खरीद ली थी। इसकी कीमत करीब 15 लाख की है।
तिवारी के पास 27 लाख की टोयटा फॉर्च्यूनर और 21 लाख की फोर्ड एंडवर कार भी है।
रानी पक्षालिका सिंह
बीजेपी की विधायक रानी पक्षालिका सिंह आगरा की बाह विधानसभा सीट से जीतकर सदन पहुंचीं थीं। पक्षालिका सिंह सपा सरकार में मंत्री रहे राजा अरिदमन सिंह की पत्नी हैं। पहले इनका परिवार मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी के साथ था लेकिन 2017 में पक्षालिका सिंह ने बीजेपी का दामन थाम लिया था।
रानी पक्षालिका सिंह यूपी की सबसे अमीर महिला विधायक हैं।
2017 में उन्होंने चुनाव आयोग जो अपना हलफनामा दिया था उसमें बताया था कि उनके पास करीब 58 करोड़ रुपये की चल अचल संपत्ति है।
उनके पति और खुद के पास कुल 132 हथियार हैं। इनमें डीबीबीएल गन, पिस्टल, कार्बाइन, तलवार,चाकू, खंजर और छुरे जैसे हथियार शामिल हैं।
इनमें डीबीबीएल गन, पिस्टल, कार्बाइन, तलवार,चाकू, खंजर और छुरे जैसे हथियार शामिल हैं।
नंदगोपाल गुप्ता
अमीर विधायकों की सूची में चौथे नंबर पर भाजपा के कैबिनेट मंत्री नंदगोपाल गुप्ता नंदी का नाम है। नंदी इलाहाबाद दक्षिणी से चुने गए हैं। इनके पास करीब 58 करोड़ की संपत्ति है। 2017 में दिए हलफनामे के मुताबिक, नंद गोपाल गुप्ता नंदी के पास करीब 57 करोड़ रुपये की चल अचल संपत्ति है।
2007, 2012 विधानसभा और फिर 2014 लोकसभा चुनाव के मुकाबले संपत्ति में लगातार गिरावट आ रही है।
2007 में इनके पास 115 करोड़ की संपत्ति थी, जो 2012 में 95 करोड़ हो गई। इसके बाद 2014 में यह घटकर 88 करोड़ हो गई थी।
नंदी ने केवल 9वीं तक की पढ़ाई की है।
अजय प्रताप सिंह
दस सबसे अमीर विधायकों की सूची में पांचवे नंबर पर गोंडा के करनैलगंज विधानसभा सीट से चुने गए बीजेपी विधायक अजय प्रताप सिंह का नाम है। उनके पास 49 करोड़ से अधिक की संपत्ति है। 2017 में दिए हलफनामे के मुताबिक, अजय प्रताप सिंह ने 12वीं तक की पढ़ाई ही की है।
अजय के नाम 12 लाख के गहने, आठ करोड़ की एग्रीकल्चरल लैंड, दो करोड़ की नॉन एग्रीकल्चरल लैंड, पांच करोड़ की कॉमर्शियल और 31 करोड़ की रेजिडेंशियल बिल्डिंग दर्ज है।करनैलगंज के विधायक के पास तीन बंदूके हैं।
सुचिस्मिता मौर्य
मिर्जापुर के मझवा विधानसभा सीट से बीजेपी के टिकट चुनी गई सुचिस्मिता मौर्य का नाम इस सूची में छठे नंबर पर है। उनके पास करीब 47 करोड़ की चल-अचल संपत्ति है।36 लाख रुपये के गहने, 5.72 करोड़ रुपये का एग्रीकल्चरल लैंड, 2.20 करोड़ का नॉन एग्रीकल्चरल लैंड, 5 करोड़ की कॉमर्शियल और 70 लाख रुपये की रेजिडेंशियल बिल्डिंग है। सुचिस्मता मौर्य के पास एक पिस्टल है
ओम कुमार
पश्चिम उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले के नेहतौर विधानसभा सीट से चुने गए बीजेपी के ओम कुमार अमीर विधायकों की सूची में सातवें नंबर पर हैं। उनके पास करीब 44 करोड़ की संपत्ति है। 55 साल के ओम कुमार ने 12वीं तक की पढ़ाई की है।
इन्होंने 2017 में अपनी चल संपत्ति यानी कैश, बैंक डिपोजिट, गाड़ी, गहने, असलहों की कीमत 19 करोड़ रुपये बताई है।
इनके पास 24.40 करोड़ की अचल संपत्ति है। मतलब जमीन, घर इसमें शामिल है।
सुभाष पासी
अमीर विधायकों की सूची में आठवें नंबर पर गाजिपुर जिले के सैदपुर विधानसभा सीट से चुने गए समाजवादी पार्टी के सुभाष पासी का नाम है। उनके पास करीब 41 करोड़ की संपत्ति है। हाल ही में सुभाष ने सपा छोड़कर भाजपा जॉइन कर ली। 57 साल के सुभाष पासी 10वीं तक पढ़े हैं। 1975 में उन्होंने महाराष्ट्र बोर्ड से हाईस्कूल की पढ़ाई पूरी की। 2017 में चुनाव के दौरान सुभाष के पास 3.50 लाख कैश, 7.14 लाख रुपये बैंक डिपॉजिट के तौर पर थे।
सुभाष के पास 64 लाख रुपये के गहने और नौ गाड़ियां हैं। इसमें दो ट्रक भी हैं। विधायक सुभाष पासी को सोने (गोल्ड) की घड़ियों का शौक है। उनके पास दो सोने की घड़ियां हैं। इनके पास 5.82 करोड़ रुपये की एग्रीकल्चरल लैंड, 15.25 करोड़ की नॉन एग्रीकल्चरल लैंड, 2.42 करोड़ की कॉमर्शियल और 14.14 करोड़ की रेजिडेंशियल लैंड है।
उमाशंकर सिंह
अमीर विधायकों की सूची में नौवें नंबर पर बलिया जिले के रसड़ा विधानसभा सीट से बसपा के टिकट पर चुने गए उमाशंकर सिंह का नाम शामिल है। उनके पास 40 करोड़ रुपये से अधिक की चल अचल संपत्ति है। 51 साल के उमाशंकर सिंह ने 12वीं तक की पढ़ाई की है। उमाशंकर के नाम 56 लाख रुपये का एग्रीकल्चरल लैंड, 2.59 करोड़ रुपये का नॉन एग्रीकल्चरल लैंड, 15 करोड़ रुपये का रेजिडेंशियल बिल्डिंग है। 2017 में दिए हलफनामे के मुताबिक, उमाशंकर के पास 3.84 लाख रुपये कैश और 68 लाख रुपये बैंक डिपॉजिट है। उमाशंकर के पास 35 से ज्यादा बड़े ट्रक हैं। इसके अलावा स्कॉर्पियो, इनोवा, एंडेवर, फॉच्यूनर जैसी पांच बड़ी लग्जरी गाड़ियां हैं।
इनके पास 41.30 लाख से ज्यादा के गहने और 42.56 लाख रुपये के असलहे हैं।
सहेंद्र सिंह
यूपी के 10 सबसे अमीर विधायकों की सूची में आखिरी नंबर पर बागपत जिले के छपरौली विधानसभा सीट से चुने गए सहेंद्र सिंह का नाम शामिल है। 2017 में सहेंद्र ने आरएलडी के टिकट पर चुनाव जीता था, लेकिन बाद में वह भाजपा में शामिल हो गए थे। सहेंद्र के नाम 38 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति है।
57 साल के सहेंद्र ने 12वीं तक की पढ़ाई की है। इनके नाम 38 करोड़ से ज्यादा की चल अचल संपत्ति है। सहेंद्र के पास 41.39 लाख रुपये के गहने हैं।
इनके पास 3.53 करोड़ रुपये की एग्रीकल्चरल लैंड, 5.80 करोड़ रुपये की रेजिडेंशियल बिल्डिंग है।