जैसे ही पटाखे फूटने शुरू हुए और लगभग 80,000 लोगों का शोर गूंजा, लियोनेल मेसी मुस्कुरा दिए। वह मुस्कुराए, रुके, फिर विश्व कप को ऊंचा उठाया और जिंदगी का सबसे बड़ा सपना साकार हो गया। उन्होंने अर्जेंटीना के लिए एक और वर्ल्ड कप जीत कर दिखा दिया।
मेसी ने कहा, “यह किसी का भी बचपन का सपना होता है। मैं भाग्यशाली था कि अपने करियर में सब कुछ हासिल कर पाया … और जो कमी थी, वह यहां पूरी हो गई है। यह पागलपन है..देखो यह (विश्व कप) कैसा है, बहुत खूबसूरत है। मैं इसे शिद्दत से पाना चाहता था। उस पर मेरी नजर टिकी हुई थी…देखो, वह करीब ही है।”
कतर के रेगिस्तान में हरे रंग के मैदान पर 35 वर्षीय मेसी के लिए जो कुछ भी मायने रखता था, वह अर्जेंटीना के लिए विश्व कप जीतना था। उन्होंने ऐसा पिछले चैंपियन फ्रांस के खिलाफ शानदार खेलते हुए पूरा कर दिखाया।
जिंदगी का सबसे बड़ा फाइनल। पहले हाफ में अर्जेंटीना को 2-0 की बढ़त मिल गई थी, जो उसने अंतिम 10 मिनट में गंवा दिया। फिर मैच अतिरिक्त समय में गया। वहां स्कोर 3-3 रहा। ऐसे में फैसला पेनल्टी शूटआउट में पहुंचा। जिसमें मेसी की टीम ने बाजी मार ली। कतर के लुसैल आइकॉनिक स्टेडियम में खेले गए फीफा वर्ल्ड कप 2022 के फाइनल में अर्जेंटीना ने पेनल्टी शूटआउट में फ्रांस को 4-2 से हरा दिया। मेसी ने फाइनल में दो गोल किए और पेनल्टी शूटआउट में भी गोल किया।
उत्साह से भरे स्टेडियम में जमा दसियों हजार अर्जेन्टीना के लोग कूदे और गले मिले। रोए और चिल्लाए। उसी तरह अर्जेंटीना की टीम ने भी खुलकर रोना-धोना शुरू कर दिया। उस व्यक्ति को घेर लिया जो एक पीढ़ी से उनका स्टार बना हुआ है। अर्जेंटीना ने पांच प्रयास किए थे और रिकॉर्ड 26 विश्व कप फाइनल खेले। लेकिन रोसारियो के लड़कों ने ब्यूनस आयर्स से लगभग 300 किलोमीटर उत्तर में आखिरकार फुटबॉल के एक अन्य मसीहा डिएगो माराडोना के देश अर्जेंटीना एक और खिताब दिला दिया। पिछली बार माराडोना ने ही अर्जेंटीना को 1986 में वर्ल्ड चैंपियन बनाया था।
कतर आने से पहले मेसी ने कहा था कि यह टूर्नामेंट उनका आखिरी वर्ल्ड कप होगा और वह इस फाइनल को आखिरी मैच के रूप में खेलेंगे। हालांकि फाइनल जीतने के बाद उन्होंने कहा, ‘नहीं, मैं अपनी नेशनल टीम से संन्यास नहीं ले रहा हूं। मैं अर्जेंटीना की जर्सी में वर्ल्ड चैंपियन की तरह खेलना जारी रखूंगा।’