गांधीनगर Gandhinagar शहर के कर्मयोगी भवन स्थित मेट्रो रेल metro rail निगम कार्यालय में कार्यरत एक कर्मचारी ने अधिकारियों की मानसिक त्रास के कारण Due to the mental distress of the officers नर्मदा नहर में आत्महत्या suicide कर ली. मृतक कर्मचारी की पत्नी ने अधिकारियों के खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबूर करने की शिकायत सेक्टर सात थाना और जिला पुलिस अधीक्षक District Superintendent of Police से की है।मेट्रो रेल कार्यालय Metro Rail Office भी इस घटना को लेकर हड़कंप मच गया है.
इस संबंध में प्राप्त विवरण के अनुसार विजापुर तालुका के गरीता गांव में रहने वाली फाल्गुनीबेन हरेशकुमार मकवाणा Falguniben Hareshkumar Makwana ने पुलिस को दिए शिकायत पत्र में आरोप लगाया है कि .उनके पति हरेशकुमार मकवाना कर्मयोगी भवन स्थित मेट्रो रेल कार्यालय में चपरासी के रूप में कार्यरत थे. इस कार्यालय में अधिकारियों द्वारा उस पर अत्यधिक काम का बोझ दिया जाता था और अक्सर मानसिक यातना दी जाती थी जिससे उन्हें तनाव का सामना करना पड़ता था।
फाइलें चोरी करने का आरोप लगाया
पिछले तीन दिसंबर को इन पांच अधिकारियों ने उनके पति पर फाइलें चोरी करने का आरोप लगाया और छह दिसंबर को उन्हें कार्यालय में ही बंधक रखा गया. जब उसने फोन किया तो उसके पति ने कहा कि मुझे घर आने में देर हो जाएगी। हालांकि, उसके बाद उसका पति घर नहीं लौटा और उसकी तलाश शुरू की गई, जिसके बाद कार्यालय के सुपरवाइजर को फोन किया तो उसने कहा कि कार्यालय बंद हो गया है.
सीसीटीवी फुटेज चेक करने पर नहर में कूदते नजर आए
हरेशभाई की तलाश के दौरान उनकी कार नर्मदा नहर के पास मिली और सीसीटीवी फुटेज cctv footage चेक करने पर वह भी नहर में कूदते नजर आए। इस मामले में पुलिस द्वारा जांच शुरू की गई और परिजनों ने मामला दर्ज कराने के लिए अधिकारियों के सामने आरोप लगाया कि हरेशभाई ने प्रताड़ना के कारण आत्महत्या की है, लेकिन पुलिस द्वारा उस दिशा में कोई कार्रवाई नहीं की गई.
लिहाजा अब उनकी पत्नी ने इन अधिकारियों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने को लेकर शिकायत दर्ज कराने के लिए सेक्टर 7 थाने में तहरीर दी है और न्याय की भी मांग की है.
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