अहमदाबादः नई टाउन प्लानिंग स्कीम में “सामाजिक बुनियादी ढांचे” के तहत स्ट्रीट वेंडिंग और सार्वजनिक पार्किंग के लिए अब मनमानी नहीं चलेगी। ऐसी जगहों को पहली बार आने वाली सभी टीपी योजनाओं (TP schemes) में चिन्हित (marked) किया जाएगा।
अहमदाबाद नगर निगम (AMC) ने मंगलवार को इस तरह का सर्कुलर जारी कर दिया है। इसके लिए पिछले दिनों शहरी विकास विभाग ने सभी शहरी स्थानीय निकायों (urban local bodies) को एक अधिसूचना भेजी थी। सभी ड्राफ्ट या आने वाली टीपी योजनाओं में सामाजिक बुनियादी ढांचे के लिए चिन्हित कुल प्लॉट के आकार का 1% तक का स्थान पार्किंग के लिए रिजर्व होगा। साथ ही स्ट्रीट वेंडर्स के लिए चिन्हित भूमि का 0.1% से 0.5% तक का हिस्सा पार्किंग के लिए रिजर्व किया जाएगा।
इस समय अहमदाबाद शहर में 272 टीपी योजनाएं हैं, जिन्हें विभिन्न स्तरों पर मंजूरी दी गई है। जबकि चार टीपी योजनाओं का मसौदा तैयार किया जा रहा है। छह अन्य बनकर समीक्षा के लिए तैयार हैं। ज्यादातर मामलों में शहरी क्षेत्रों में मिलाए गए ग्रामीण इलाकों को लेकर ड्राफ्ट बनाए जा रहे हैं।
2013 के बाद निगम द्वारा तैयार की गई टीपी योजनाओं के मसौदे में पार्किंग और स्ट्रीट वेंडिंग के लिए प्लाट रिजर्व किए गए थे, लेकिन उस समय कोई विशेष गाइडलाइन नहीं थे। पिछले साल 29 सितंबर और 2 नवंबर को राज्य सरकार ने ऐसे प्रावधानों के लिए क्षेत्रों की पहचान करने एएमसी के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी। मंगलवार को मुख्य नगर योजनाकार चैतन्य शाह द्वारा जारी सर्कुलर में कहा गया है कि टीपी योजना का मसौदा तैयार करते समय अधिकांश सड़कों को 18 मीटर या उससे अधिक की चौड़ाई वाली दिखानी होगी।
शाह कहते हैं, “मसौदा तैयार करते समय टीपी योजना के 0.10% से 0.50% के बीच के आकार के प्लॉटों को स्ट्रीट वेंडर्स के लिए रिजर्व करना होगा।” ट्रैफिक की समस्या को कम करने के लिए पार्किंग स्पेस के लिए 1% का प्रावधान किया गया है। ऐसे मामलों में जहां टीपी योजनाओं को प्रोविजनल मंजूरी दी गई है, लेकिन अंतिम निर्णय लिया जाना बाकी है, टीपीओ की राय मांगी जाएगी। उन टीपी योजनाओं के मामले में, जिन्हें अंतिम रूप दे दिया गया है या प्रारंभिक (preliminary) मंजूरी के चरण में हैं, एक सक्षम प्राधिकारी के अप्रूवल से कार्रवाई करनी होगी।
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