राजकोट जिले के लोधी का नजदीक खांभा गांव की खासियत है वहां का आधिकारिक नेतृत्व जोकि संपूर्ण तौर पर महिलाओं के हाथ में है l गांव के सरपंच उपसरपंच मिलाकर कुल 9 महिलाओं ने 4 साल में गांव की शक्ल बदल दी है और इन्हीं महिलाओं के कारण इस गांव में शहर जैसी सुविधाएं आ चुकी हैं l
4 साल पहले इस गांव के अनेक सवाल थे l जहां रोड से लेकर बिजली जैसे अनेक समस्याएं थी l उसी दौरान गांव वालों ने मिलकर पंचायत का सारा कारभार महिलाओं को सौंपने का निश्चय किया और बिना किसी चुनाव किए अन्नपूर्णा बा जडेजा की गांव की महिला सरपंच के तौर पर नियुक्ति हुई l इन्हीं के साथ उपसरपंच और सात अधिक सभ्य की भी नियुक्ति हुई जो कि सारी महिलाएं थी और आज गांव के हर एक इलाके में सभी जमीनी सुविधाओं की समस्याओं का हल आ गया है और साथ में नई सुविधाएं दिन मिल रही हैं l
दिलचस्प बात यह है कि जब से महिलाओं की मंडली ने गांव का कार्यभार संभाला है तब से गांव में कभी भी छोटे बड़े विवाद तक नहीं हुए l
जान के हैरानी जरूर होगी पर सच्चाई यही है किस गांव में कभी भी चुनाव हुए ही नहीं है l आजादी से लेकर आज की तारीख में इस गांव के सरपंच की नियुक्ति बिना किसी चुनावी हुई है l वर्तमान महिला सरपंच हमें बताते हैं कि गांव में तमाम जाति और धर्म के लोग साथ मिलकर ही रहते हैं जिससे गांव में कभी भी पक्ष या विपक्ष का सवाल पैदा ही नहीं होता l गांव वालों की सबसे बड़ी समस्या अधिकतर पानी की थी और जैसे ही महिलाओं ने सत्ता संभाली गांव में ट्यूबवेल से घर-घर पानी पहुंचाया और साथ ही गांव में सत प्रतिशत भूगर्भ में गटर की भी सुविधा की गई l
गांव में आज के दिन 90% पक्के रास्ते पाए जाएंगे और इतना ही नहीं महिलाओं ने यह भी सुनिश्चित किया है कि हर एक घर में एक शौचालय जरूर हो l पर्यावरण और नैसर्गिक सुंदरता को ध्यान में रखते हुए बाग में 100 वृक्षों का भी वृक्षारोपण किया गया है l
महिला सरपंच ने एक सखी मंडल बनाया है जिसमें सरकार द्वारा लोगों के लिए घोषित योजनाओं की जानकारी और लाभ की चर्चा होती है l