गुजरात में लगभग 5,100 आचार संहिता उल्लंघन की शिकायतें, हिमाचल में 800 शिकायतें सही पाई गईं।
भारत के चुनाव आयोग (Election Commission of India) ने निष्कर्ष निकाला है कि हाल ही में गुजरात विधानसभा चुनाव प्रचार (Gujarat Assembly elections campaigning) के दौरान गृह मंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) की “2002 में सबक सिखाया” वाली टिप्पणी आदर्श आचार संहिता (code of conduct) एमसीसी का उल्लंघन नहीं करता, चुनाव आयोग के सूत्रों ने कहा।
शाह ने 25 नवंबर को एक रैली में कहा था कि बीजेपी ने 2002 में दंगाइयों को सबक सिखाया था। सेवानिवृत्त नौकरशाह ई ए एस सरमा ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर आरोप लगाया था कि शाह के भाषण ने आदर्श आचार संहिता (model code of conduct) का उल्लंघन किया है।
सूत्रों ने कहा कि शिकायत की जांच की गई और गुजरात के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (Gujarat Chief Electoral Officer) से रिपोर्ट मांगी गई। एक सूत्र ने कहा कि चुनाव आयोग ने पाया कि गृह मंत्री “बदमाशों” को सबक सिखाने की बात कर रहे थे, न कि किसी विशेष समुदाय की।
सरमा ने शुक्रवार को कहा कि उन्हें उनकी शिकायत के साथ-साथ चुनाव आयोग को दो बाद के पत्रों का कोई जवाब नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग को अपने फैसले को अपनी वेबसाइट के माध्यम से सार्वजनिक करना चाहिए क्योंकि यह सूचना के अधिकार अधिनियम (Right to Information Act) के तहत एक सार्वजनिक प्राधिकरण था और स्वत: प्रकटीकरण करने के लिए आवश्यक था।
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