बताया जा रहा है कि ED के अधिकारी सर्च वारंट के साथ पहुंचे और सीएम के घर पर छापा मारा। मामले में अरविंद केजरीवाल से हो सकती है पूछताछ.
दिल्ली उच्च न्यायालय द्वारा यह कहे जाने के कुछ घंटों बाद प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की एक टीम दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Chief Minister Arvind Kejriwal) के घर पहुंची कि वह excise policy case मामले में केजरीवाल के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई के संबंध में उन्हें किसी भी प्रकार की सुरक्षा नहीं देगी।
ईडी के अधिकारियों ने कहा कि वे शराब मामले में समन देने के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री के कार्यालय गए थे। हालांकि, कई एजेंसियों का कहना है कि अधिकारी सर्च वारंट लेकर पहुंचे थे और केजरीवाल के घर पर छापेमारी कर रहे थे. ख़बरें यह भी आ रहीं हैं कि अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) से पूछताछ की जा सकती है।
ईडी ने अब तक अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) को नौ समन जारी किए हैं, जिसमें उन्हें दिल्ली शराब उत्पाद शुल्क नीति घोटाले से संबंधित कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में की जा रही जांच में शामिल होने के लिए कहा गया है. ये समन 4 मार्च को, 26 फरवरी, 19 फरवरी, 2 फरवरी, 18 जनवरी, पिछले साल 3 जनवरी, 22 दिसंबर और 2 नवंबर को जारी हुए थे। रविवार को जांच एजेंसी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को नया समन जारी कर 21 मार्च को पूछताछ के लिए पेश होने को कहा, लेकिन वह इसमें शामिल नहीं हुए।
घटना पर आप नेता संजय सिंह की पत्नी अनिता सिंह ने कहा कि, ”यह सरकार (मौजूदा केंद्र सरकार) सिर्फ तानाशाही सरकार है. अगर वे सभी विपक्षी नेताओं को जेल में डालना चाहते हैं तो चुनाव कराने की क्या जरूरत है. अरविंद केजरीवाल के घर पर छापा मारा गया है और सुरक्षा बढ़ा दी गई है, जितने भी फोन मिले उन्हें जब्त कर लिया गया है. तो इस तरह तानाशाही सरकार बिना किसी सबूत के सभी को जेल में डाल रही है।”
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