समाजवादी पार्टी के नेता और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मध्य प्रदेश और राजस्थान विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद एक बार फिर ईवीएम पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि चुनाव बैलट पेपर से होने चाहिए।
वाराणसी में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में अखिलेश यादव ने कहा, “लोकतंत्र में ऐसे परिणाम आते हैं, लेकिन हम निराश नहीं हैं। लड़ाई लंबी है। आने वाले समय में परिणाम दूसरे होंगे।”
अखिलेश यादव ने कहा कि विकसित देश जैसे अमेरिका में एक महीने चुनाव होता है, और अगर अमेरिका एक महीने काउंटिंग कराता है तो भारत में जल्दी क्यों है। उन्होंने कहा कि देश के लिए लोकतंत्र और संविधान बचाना प्राथमिकता है।
गठबंधन के सवाल पर अखिलेश यादव ने कहा कि जहां जो दल पहले से मजबूत है वहां दूसरे पार्टियों को उसकी मदद करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि आने वाले चुनाव में “घर-घर बेरोजगार, कब मिलेगा रोजगार” का नारा लगेगा।
एमपी में कांग्रेस के रवैये पर अखिलेश यादव ने कहा कि कांग्रेस के साथ बातचीत हुई थी, और उनकी राजनीतिक परिस्थिति ऐसी नहीं थी कि वह समाजवादी पार्टी को 7 सीटें नहीं दे पाती।
योगी सरकार के अनुपूरक बजट पर अखिलेश यादव ने कहा कि सरकार ने कम बजट रखा है। उन्होंने कहा कि सरकार को कम से कम 5000 करोड़ रुपये का बजट रखना चाहिए था।
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