अहमदाबाद सिविल मेडिसिन विभाग Ahmedabad ,Department of Civil Medicine में गुजरात यूनिवर्सिटी ऑफ ट्रांसप्लांट साइंसेज Gujarat University of Transplant Sciences (जीयूटीएस) का तीसरा स्नातक समारोह स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल Health Minister Hrishikesh Patel की विशेष उपस्थिति में संपन्न हुआ।
GUTS के वाइस चांसलर और SOTTO के संयोजक डॉ. प्रांजल मोदी सहित सिविल मेडिसिन के विभिन्न अस्पतालों और कॉलेजों के निदेशकों, डीन और अधीक्षकों ने छात्रों का उत्साह बढ़ाया।
मंत्री ऋषिकेश पटेल Minister Rishikesh Patel ने इस दीक्षांत समारोह में उपस्थित सभी मेडिकल छात्रों एवं चिकित्सकों के निष्कपट सेवा कार्य की सराहना करते हुए उन्हें नमन किया।
चिकित्सकों द्वारा गरीब एवं जरूरतमंद मरीजों की सेवा-सुश्रुषा-उपचार एवं कायाकल्प के लिये किये जा रहे प्रभावी एवं जनकल्याणकारी कार्य की सराहना की गयी.
उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी Prime Minister Narendra Modi ने सिविल मेडिसिन Civil Medicine के विकास का जो सपना देखा था उसका निर्माण पूरा होने वाला है. सिविल मेडिसिटी में उपलब्ध सभी चिकित्सा एवं सुपरस्पेशलिस्ट सेवाएं प्रदेश व देश के अन्य अस्पतालों के लिए अनुकरणीय बन गई हैं।
सिविल मेडिसिटी कैंपस में एक ही स्थान पर उपलब्ध पुनर्प्राप्ति और प्रत्यारोपण सुविधा कई जरूरतमंद और पीड़ित रोगियों को जीवन का नया पट्टा दे रही है। रिट्रीवल से ट्रांसप्लांटेशन तक की प्रक्रिया को बेहद चुनौतीपूर्ण बताते हुए सिविल और सोट्टा की टीम द्वारा पूरी ईमानदारी और लगन से काम किया जा रहा है।
मंत्री ने कहा कि सिविल मेडिसिन में उपलब्ध विभिन्न सुपर स्पेशलिस्ट सेवाओं के परिणामस्वरूप गुजरात में चिकित्सा पर्यटन बढ़ रहा है।
उन्होंने स्नातक मेडिकल छात्रों को उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए बधाई दी और उन्हें जीवन में अपने कौशल का उपयोग समाज सेवा गतिविधियों में करने के लिए प्रोत्साहित किया।
देश का एकमात्र सरकारी संस्थान है जो प्रत्यारोपण के क्षेत्र में काम कर रहा है।
उन्होंने छात्रों को चिकित्सा क्षेत्र में समय-समय पर आने वाले तकनीकी बदलावों को अपनाते हुए खुद को अपडेट रखने के लिए भी प्रेरित किया।
इस मौके पर जीयूटीएस के वाइस चांसलर डॉ. प्रांजल मोदी ने ट्रांसप्लांट के क्षेत्र में हो रहे कार्यों की तस्वीर पेश की।
उन्होंने कहा कि गुजरात यूनिवर्सिटी ऑफ ट्रांसप्लांट साइंसेज देश का एकमात्र सरकारी संस्थान है जो प्रत्यारोपण के क्षेत्र में काम कर रहा है।
यह भी कहा गया कि विश्वविद्यालय निकट भविष्य में बाल चिकित्सा नेफ्रोलॉजी और प्रत्यारोपण के क्षेत्र में पाठ्यक्रम शुरू करने का प्रयास कर रहा है। उन्होंने कहा कि यह कोर्स और प्रशिक्षण शुरू होने वाले बाल रोगियों के लिए वरदान साबित होगा।
विशेष उपस्थिति स्वास्थ्य मंत्री श्री ऋषिकेश पटेल, किडनी संस्थान के संस्थापक डॉ. एचएल त्रिवेदी की गॉडमदर श्रीमती स्मिता त्रिवेदी और अन्य गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में 171 ट्रांसप्लांट सर्जन – छात्रों को डिग्री प्रदान की गई।
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