राजकोट के रेस कोर्स इलाके में रविवार को क्रिकेट खेलते समय 30 वर्षीय जिग्नेश चौहान की कार्डियक अरेस्ट से मौत हो गई। उधर सूरत में भी ऐसे ही हालात में 27 वर्षीय प्रशांत भारोलिया की भी अस्पताल में मौत हो गई। क्रिकेट खेलने के बाद सीने में दर्द की शिकायत के बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया था।
राजकोट में 20 दिन के अंदर क्रिकेट खेलने के बाद मरने वाले चौहान तीसरे व्यक्ति हैं। सूरत के शेखपुरा गांव के किशन पटेल की कुछ हफ्ते पहले पास के सालुत गांव में क्रिकेट खेलने के बाद मौत हो गई थी। कुल मिलाकर गुजरात में अब तक ऐसी पांच घटनाओं की सूचना मिली है, जहां पीड़ितों की मौत क्रिकेट खेलने के बाद या उसके दौरान हुई।
जिग्नेश चौहान इंटरप्रेस मीडिया टूर्नामेंट में भाग लेने के दौरान राजकोट के माधवराव सिंधिया क्रिकेट मैदान में खेल रहे थे। आउट होने के बाद वह मैदान से बाहर आए और कुर्सी पर बैठ गए। तभी अचानक उन्हें सीने में तेज दर्द की शिकायत हुई। इससे पहले कि लोग बचाने के लिए दौड़ते, वह बेहोश होकर गिर पड़े। उन्हें राजकोट सिविल अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टर पल्स का पता नहीं लगा सके और पाया कि उनके दिल ने काम करना बंद कर दिया है। माना जा रहा है कि उनकी मौत कार्डियक अरेस्ट से हुई है।
चार दिन पहले भरत बरैया नाम के 20 साल के युवक की क्रिकेट खेलने के बाद इसी तरह मौत हो गई थी। उससे एक हफ्ते पहले राजकोट के मारवाड़ी कॉलेज में पढ़ने वाले विवेक कुमार फुटबॉल खेलते समय बेहोश हो गया था। विवेक कुमार को इलाज के पहले ही मृत घोषित कर दिया गया।
इसी तरह सूरत में प्रशांत भारोलिया ने क्रिकेट खेलने के बाद सीने में दर्द की शिकायत की। एक प्राइवेट अस्पताल में इलाज के बाद उन्हें स्मीमर अस्पताल में ट्रांसफर कर दिया गया था। वहां कुछ देर के इलाज के बाद उनकी मौत हो गई।
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