जरूरी नहीं राजनीति की समझ रखने वाला दसवीं पास करने की भी समझ रखता हो
दानिश हुसैन द्वारा फिल्म में कहा गया एक संवाद
हिन्दी सिनेमा में पिछले कुछ वर्षों से शिक्षा के महत्व को समझाती कई फिल्में रिलीज़ हुई हैं और ऐसे ही किसी विषय के साथ अभिषेक बच्चन की चौथी OTT रिलीज “दसवी” नेटफ्लिक्स पर रिलीज हो चुकी है, तुषार जलोटा द्वारा निर्देशित एवं दिनेश विजन द्वारा निर्मित यामी गौतम एवं निर्मित कौर के साथ अभिषेक बच्चन की ये नयी फिल्म कैसी है आइए जानते हैं
यूं तो फिल्म के ट्रेलर में ही पूरी कहानी का विवरण दे दिया गया है लेकिन पाठकों के लिए यदि संक्षिप्त में कहानी का विवरण देना हो तो फिल्म की कहानी कुछ इस प्रकार है….
फिल्म की कहानी:
हरित प्रदेश राज्य के आठवीं पास एक जाट मुख्यमंत्री गंगा राम चौधरी को जब शिक्षा भरती घोटाले में जेल हो जाती है तब गंगाराम चौधरी का जीवन एक अलग दिशा की तरफ आगे बढ़ता है, जेल जाने के बाद गंगा राम चौधरी को जेलर ज्योति मिलती हैं, जेलर ज्योति की जेल में सख्त कार्यवाही गंगा राम चौधरी को दसवी कक्षा का इम्तेहान देने के लिए प्रेरित करती है और गंगाराम चौधरी जेल में रहकर ही अपनी दसवी कक्षा के इम्तिहान की तैयारी करते हैं, गंगाराम चौधरी के जेल में होने के कारण हरित प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में गंगा राम चौधरी की पत्नी बिमला देवी का चयन होता है, अब बिमला देवी के मुख्यमंत्री बनने के बाद गंगा राम चौधरी के जीवन में जो बदलाव आते हैं वो बदलाव ही कहानी को रसनिष्पत्ति (catharsis) की तरफ ले जाते हैं
एक बेहद पुराने प्लॉट को नए ट्रीट्मन्ट के साथ प्रस्तुत करने की निर्देशक द्वारा की गई है जिसमे वो अच्छी तरह से कामयाब नहीं हो सके, फिल्म देखते वक़्त आपको हुमा कुरेशी की वेब सीरीज “महारानी” एवं मुन्ना भाई फ्रनचाइज़ की फिल्म लगे रहो मुन्ना भाई की याद आएगी, ये फिल्म बेहतर बन सकती थी अगर फिल्म को केवल कॉमेडी फिल्म बनाने का प्रयास न किया गया होता।
फिल्म के किरदार:
फिल्म की कहानी एक तरफ और फिल्म के किरदार एक तरफ, इस फिल्म में आपको एक चीज शर्तिया रूप से मिलेगी और वो चीज है इस फिल्म के किरदारों का दमदार अभिनय, यामी गौतम एवं निर्मित कौर दोनों ने अपने करियर का अब तक का सबसे अच्छा अभिनय इस फिल्म में किया है, निर्मित एवं यामी दोनों ने हरयाणवी किरदार को अच्छे से निभाया है, फिल्म में चित्तरंजन त्रिपाठी एवं सार्थक गंभीर ने भी अच्छा काम किया है, इस फिल्म में आपको वेब दुनिया के सितारे शिवांकित परिहार एवं अरुण कुशवाहा (छोटे मियां) देखने मिलेंगे, ये दोनों टीवीएफ(The Viral Fever) के वेब शोज में निभाए गए अपने किरदारों की वजह से काफी लोकप्रिय हैं, इनके साथ दानिश हुसैन का भी एक अच्छा किरदार है फिल्म में, इन किरदारों की वजह से फिल्म में दर्शकों का मनोरंजन समांतर रूप से होता रहता है।
अभिषेक बच्चन की ये चौथी ott रिलीज हे, इसके पहले अभिषेक बच्चन “ब्रेथ, लूडो एवं ध बिग बुल में देखने मिले थे, इन तीनों फिल्मों में अभिषेक बच्चन को काफी सराहना प्राप्त हुई थी, “दसवी” में गंगाराम चौधरी का किरदार अभिषेक बच्चन ने बखूबी रूप से निभाया और एक जाट नेता के किरदार को निभाने में सफल भी हुए, फिल्म देखते वक़्त आप ये भूल जाएंगे की आप अभिषेक बच्चन को देख रहे हैं और आपको अभिषेक में केवल गंगा राम चौधरी ही दिखाई देगा, अभिषेक बच्चन ने इस फिल्म से एक बार फ़ीर साबित कर दिया की वो किसी भी किरदार में एक जान फूँक सकते हैं और एक अविस्मरणीय किरदार का सर्जन करने की क्षमता रखते हैं
फिल्म के तकनीकी पहलू:
फिल्म का निर्देशन किया है ये तुषार जलोटा की बतौर निर्देशक पहली फिल्म है, इसके पहले तुषार ने अनुराग बासु एवं संजय लीला भंसाली जैसे निर्देशकों के साथ बतौर सहायक निर्देशक काम किया है, फिल्म दिनेश विजन के बैनर maddock films के तहत बनी है, फिल्म की कहानी सुरेश नायर एवं रितेश शाह ने मिलकर लिखी है और फिल्म का छायांकन किया है कबीर तेजपाल ने, फिल्म का संगीत ठीक है, फिल्म का कोई भी गाना हिट नहीं है, ऐसा कहना गलत नहीं होगा की ये सचिन जिगर का सबसे औसतन काम है, फिल्म के किरदारों को हरयाणवी भाषा सिखाने के लिए Dialect Instructor की भूमिका सुनीता शर्मा ने निभाई है।
फिल्म देखें या न देखें ?
OTT रिलीज फिल्मों की अपनी अलग दुनिया एवं अपना अलग चाहक वर्ग है, फिल्म दसवी की कहानी कमजोर है लेकिन फिल्म है मनोरंजन से सराबोर, सहज हास्य एवं किरदारों के संवाद आपको अच्छा मनोरंजन देते रहेंगे, फिल्म में यामि गौतम एवं निर्मित कौर के पात्र फिल्म को दिलचस्प बनाए रखते है, आप यदि अभिषेक बच्चन के फेन हैं तो आपके लिए ये फिल्म एक बढ़िया binge ऑप्शन साबित होगी, परिवार के साथ बैठकर देखि जाने वाली फिल्म “दसवी” एक बार अवश्य देखने लायक है