यूपी के हाथरस में मौत का तांडव: 121 की मौतें, भगदड़ के थे कई कारण! - Vibes Of India

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यूपी के हाथरस में मौत का तांडव: 121 की मौतें, भगदड़ के थे कई कारण!

| Updated: July 3, 2024 12:17

उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले के सिकंदराराऊ क्षेत्र में आयोजित एक साकार विश्व हरि भोले बाबा के सत्संग में मंगलवार को भगदड़ मच गई, जिसमें अबतक 121 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। राष्ट्रपति दीपची मुर्मू ने घटना को ‘हृदयविदारक’ बताया और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों की मौत पर दुख जताते हुए पीड़ितों को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया।

प्रधानमंत्री कार्यालय ने मृतकों के परिजनों के लिए दो-दो लाख रुपए और घायलों के लिए 50- 50 हजार रुपए की आर्थिक सहायता दिए जाने की घोषणा की। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपर पुलिस महानिदेशक (आगरा) और आयुक्त (अलीगढ़) के नेतृत्व में टीम गठित कर दुर्घटना के कारणों की जांच के निर्देश दिए हैं और रिपोर्ट मांगी है।

अलीगढ़ परिक्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक (आइजी) शलभ माथुर ने बताया कि हाथरस में भगदड़ की घटना में 116 लोगों की मौत हुई है। इनमें ज्यादातर महिलाएं हैं। हालांकि, यह आंकड़ा बाद में बढ़ गया.

एटा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार सिंह ने बताया कि यह घटना पुलराई गांव में सत्संग में हुई, जिसमें शामिल होने के लिए बड़ी संख्या में लोग आए थे।

हाथरस के जिलाधिकारी आशीष कुमार ने बताया कि हाथरस के सिकंदराराऊ में ‘भोले बाबा’ का सत्संग हो रहा था और जब सत्संग का अंत हो रहा था तब उमस काफी थी, ऐसे में लोगों के बाहर निकलते समय भगदड़ मच गई।

जिलाधिकारी कुमार से जब पूछा गया कि सत्संग की अनुमति किसने दी तो उन्होंने कहा कि इसकी अनुमति एसडीएम द्वारा दी गई थी और यह निजी आयोजन था जिसमें सुरक्षा और कानून व्यवस्था के लिए सुरक्षाकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई थी लेकिन अंदर की व्यवस्था उनके द्वारा (आयोजकों) की जानी थी। उन्होंने कहा कि इस संबंध में उच्च स्तर पर एक जांच समिति गठित की गई है और जांच में सब चीजें स्पष्ट हो जाएंगी।

बताया गया कि पीड़ितों को मृत अवस्था में या बेहोशी की हालत में ट्रकों तथा अन्य वाहनों से सिकंदराराऊ ट्रामा सेंटर लाया गया। कई शवों को स्वास्थ्य केंद्र के बाहर रखा गया, जहां लोगों की भारी भीड़ एकत्र हो गई। एक वीडियो क्लिप में एक महिला को ट्रक में पांच छह शवों के बीच बुरी तरह रोते हुए दिखाया गया है।

एक अन्य तस्वीर में एक वाहन में एक महिला और एक पुरुष अचेत अवस्था में लेटे नजर आए।

प्रत्यक्षदर्शी शकुंतला देवी ने बताया कि सत्संग खत्म होने के बाद लोग जब आयोजन स्थल से निकल रहे थे, तो उसी समय भगदड़ मची। उन्होंने बताया कि लोग एक-दूसरे के ऊपर गिरते चले गए। यह भी कहा जा रहा है कि कार्यक्रम में अपेक्षा से कहीं ज्यादा संख्या में लोग पहुंच गए। इससे लोग परेशान होने लगे।

भीड़, गर्मी व उमस के कारण कई लोग बेहोश होने लगे तो भगदड़ मच गई। कार्यक्रम स्थल से जल्दी से जल्दी निकलने की कोशिश में बहुत से लोग गिर भी गए लेकिन दूसरे लोग उन्हें कुचलते हुए बाहर निकलने की कोशिश करते रहे।

वहीं, सत्संग में आरती के बाद लौट रहे लोगों के कीचड़ में गिरने के बाद भगदड़ मचने की बात भी सामने आई है।

एटा के पोस्टमार्टम गृह पर आए एक वृद्ध कैलाश ने बताया कि ‘भोले बाबा’ के सत्संग में बड़ी संख्या में भक्तगण शामिल हुए और आरती के बाद वापस आते समय रास्ते में कीचड़ था, जिससे बचने को लेकर लोग वहां गिर गए और भगदड़ मच गई।

उन्होंने कहा कि लोग एक-दूसरे के ऊपर गिर गए और इसी बीच पीछे से आ रही भीड़ गिरे हुए लोगों को कुचलते हुए आग बढ़ गई जिसमें बड़ी संख्या में लोगों की मौत हो गई और भारी संख्या में लोग घायल भी हुए हैं।

सिकंदराराऊ के थाना प्रभारी आशीष कुमार ने कहा कि अत्यधिक भीड़ होने की वजह से भगदड़ मच गई।

सत्संग में शामिल होने के लिए अपने परिवार के साथ जयपुर से आई एक महिला ने बताया कि सत्संग के समापन के बाद लोग एकदम से बाहर निकलने लगे, जिससे भगदड़ मच गई।

एक आधिकारिक बयान के अनुसार, योगी आदित्यनाथ ने भगदड़ में मारे गए लोगों के परिजनों को दो-दो लाख रुपए तथा घायलों को 50-50 हजार रुपए की आर्थिक सहायता देने के निर्देश दिए हैं।

सिकंदराराऊ के विधायक वीरेंद्र सिंह राणा ने बताया कि एक दिवसीय सत्संग सुबह मंगलवार से शुरू हुआ था। योगी आदित्यनाथ ने इस घटना पर दुख व्यक्त करते हुए अधिकारियों को राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने बताया कि अपर पुलिस महानिदेशक (आगरा) और आयुक्त (अलीगढ़) के नेतृत्व में टीम गठित कर हैं। योगी ने दुर्घटना के कारणों की जांच के निर्देश भी दिए.

भारत में जर्मनी के राजदूत फिलिप एकरमैन भगदड़ में अपने प्रियजनों को खोने वाले परिवारों के प्रति मंगलवार को संवेदना व्यक्त की और कहा कि वह इस दुखद घटना से अत्यंत दुखी हैं। एकरमैन ने सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘हाथरस में हुई दुखद घटना से बहुत दुखी हूं। मेरी संवेदनाएं उन परिवारों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है। उम्मीद है कि घायलों तक जल्द ही मदद पहुंचेगी।’

चरणों की धूल लेने की होड़ में हुआ हादसा!

हाथरस जिले में सत्संग के दौरान बाबा के चरणों की धूल लेने के चक्कर में मची भगदड़ के कारण मौतें होने के भी दावे किये जा रहे हैं। मंगलवार को साकार विश्व हरि बोले बाबा का सत्संग खत्म होने के बाद तुरंत बाद धूल लेने के लिए अनुयायियों की भीड़ उमड़ पड़ी। धूल लेने के लिए पहले पहुंचने की होड़ में शायद भूल गए कि कोई बड़ा हादसा भी हो सकता है।

उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने बताया कि इस घटना के लिए जिम्मेवार लोगों पर सख्त कार्रवाई होगी। उन्होंने बताया कि सत्संग के बाद स्थानीय प्रथा के मुताबिक लोग बाबा के चरणों की धूल लेने पहुंचे। आगे पहले पहुंचने के लिए मची होड़ में वह हादसा हुआ।

प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, बारिश होने से वहां आसपास कीचड़ होने की वजह से लोग एक दूसरे के ऊपर गिरने लगे और पास के नाले में भी कई लोग गिर गए। मुख्य सचिव ने बताया कि इस आयोजन की मंजूरी के लिए मुख्य सेवादार की तरफ से अर्जी दी गई थी। हालांकि इसमें अनुमानित संख्या 80 हजार बताई गई थी जबकि संख्या इससे काफी अधिक थी।

बाबा के खिलाफ दर्ज होगा मामला

मुख्य सचिव ने बताया कि इस घटना के जिम्मेवार लोगों पर सख्त कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि मामले की जांच 24 घंटे के अंदर सौंपने के आदेश हैं। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि बाबा के खिलाफ भी मामला दर्ज होगा। इस मामले में हुई चूक के लिए जिम्मेवार सभी लोगों पर सख्त कार्रवाई होगी ताकि ऐसी घटना दोबारा नहीं हो। अब तक 72 लोगों की शिनाख्त की जा चुकी है।

दोषी कोई भी हो, बचेगा नहीं: योगी

उत्तर प्रदेश के हाथरस में हुए दर्दनाक हादसे पर दुख जताते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि दोषी कोई भी हो, बचेगा नहीं। उस पर कठोर से कठोर कार्रवाई की जाएगी। साथ ही मुख्यमंत्री ने एडीजी, आगरा और कमिश्नर, अलीगढ़ के नेतृत्व में टीम गठित कर 24 घंटे में दुर्घटना के कारणों की जांच रिपोर्ट तलब की है। योगी ने हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों के प्रति संवेदनाएं प्रकट की है।

हादसे के बाद मुख्यमंत्री आवास पर वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक के बाद योगी ने तीन मंत्री, मुख्य सचिव और डीजीपी को घटनास्थल पर भेजा है। वह लगातार अधिकारियों के संपर्क में है।

मुख्यमंत्री योगी संबंधित अधिकारियों को राहत एवं बचाव कार्यों के युद्ध स्तर पर संचालन और घायलों के समुचित उपचार के निर्देश दिए है। उधर, कल (बुधवार) सीएम योगी आदित्यनाथ घटनास्थल पर जाएंगे। उन्होंने मामले की जांच के लिए कमेटी गठित कर दी है और अधिकारियों को मौके पर पहुंचकर राहत एवं बचाव कार्य तेज करने का निर्देश दिया है।

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