वडोदरा के मकरपुरा जीआईडीसी इलाके में एक कंपनी के परिसर में रविवार को 65 वर्षीय बेसहारा महिला की कथित तौर पर आत्मदाह करने से मौत हो गई। पुलिस ने मीडियाकर्मियों को बताया कि महिला पिछले साल अपने घर से बाहर निकलने के बाद उक्त परिसर की केयरटेकर के रूप में काम कर रही थी।
घटना रविवार की तड़के उस समय हुई जब संतू नाम की महिला साईनाथ इलेक्ट्रोप्लास्टर्स नाम की कंपनी के परिसर में अकेली थी। पुलिस ने बताया कि बुजुर्ग महिला दाहोद जिले की रहने वाली थी। मांजलपुर थाने के जांच अधिकारी के अनुसार जिस स्थान पर पीड़िता का जला हुआ शव बरामद किया गया, वहां आग का कोई अन्य स्रोत नहीं था।
मांजलपुर थाने के पुलिस सब-इंस्पेक्टर पीएस शेलाना ने कहा, “हमने इस बात की पुष्टि की है कि महिला की मौत आत्मदाह से हुई है। उसकी उम्र लगभग 65 वर्ष थी। कंपनी के मालिक ने हमें बताया है कि उसके बेटे दाहोद में रहते हैं, जबकि उसने लॉकडाउन के बाद से लगभग डेढ़ साल से कंपनी की साइट पर शरण ली रखी थी और वहां अकेली रह रही थी। मालिक उसे खाना और कपड़े मुहैया करा रहे थे… उसे बीड़ी पीने की भी आदत थी।”
अधिकारी ने कहा कि हालांकि घटनास्थल से बरामद सीसीटीवी फुटेज स्पष्ट नहीं है, लेकिन दमकल अधिकारियों ने पुष्टि की है कि आग संभवत: महिला ने खुद लगाई थी। शेलाना ने कहा, “जिस जगह वह जली हुई पाई गई, वहां कोई बिजली का स्विच या तार नहीं था। कंपनी से संबंधित कुछ अन्य प्लास्टिक वस्तुओं के साथ उसका ठेला भी राख हो गया। दमकल अधिकारियों ने इस बात की पुष्टि की है कि आग संभवत: आत्मदाह के इरादे से लगाई गई थी… महिला फुर्तीली नहीं थी, लेकिन फुटेज में वह आग की लपटों की चपेट में आने के तुरंत बाद 15 मीटर की दूरी तय करती दिख रही है।
मांजलपुर थाना पुलिस ने एसएसजी अस्पताल में शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद दुर्घटनावश मौत का मामला दर्ज कर महिला के शव को उसके बेटों को सौंप दिया है।