राजकोट जिले जसदण कस्बे में अंधश्रद्धा के फेर में दिलदहला देने वाली घटना सामने आई है। कस्बे के वींछिया गांव में एक दंपती ने बच्चों को मामा के घर भेजने के बाद अपने खेत में बन हवन कुंड में खुद की आहुति दे दी। दंपती ने आहुति देने से तांत्रिक विधि से पूजा-पाठ की किया। इस दौरान उन्होंने कमल की पूजा भी की। इसके गिलटीन (सिर काटने का प्रकार यंत्र) से हवन कुंड में सिर काट डाले। पुलिस को मौके पर एक सुसाइड नोट भी मिला है। इसमें दंपती ने मर्जी से आहुति देने की बात लिखी है और कहा कि किसी को परेशान नहीं किया जाए। तांत्रिक विद्या और अंधश्रद्धा के फेर में हुई घटना से हर कोई हैरान है।
जानकारी के अनुसार वींछिया निवासी हेमू मकवाना एवं पत्नी हंसा मकवाना ने शनिवार रात्रि तांत्रिक विधि की थी। इस दौराना उन्होंने कमल पूजा की थी। रात्रि को तांत्रिक विधि के बाद मशीन ने काटकर अपने सिर हवन कुंड में डाल दिए। यह सब करने से पहले दंपती ने सुसाइड नोट को दीवार पर चिपकाया था, ताकि लोग उसे देख सकें। ऐसा माना जा रहा है कि मकवाना दंपती किसी तांत्रिक विद्या के चक्कर में फंसे हुए थे। इसी के चलते उन्होंने यह कदम उठाया। दंपती के एक बेटा और एक बेटी हैं। दोनों की उम्र 15 साल से कम है। स्थानीय पुलिस मामले की जांच कर रही है।
हेमू मकवाना और हंसा मकवाना ने संयुक्त तौर पर लिखे सुसाइड नोट में लिखा है जय भगवान, जय भोलेनाथ हम दोनों अपने हाथों से अपनी जान दे रहे हैं। मेरे घर में हंसाबेन की तबियत खराब रहती है। हमारे भाईयों, हमारे मां-बाप और हमारी बहनों में से किसी ने कुछ नहीं कहा है। इसलिए उनसे कोई पूछताछ नहीं की जाए। हमारे सास-ससुर ने भी कभी कुछ नहीं कहा। उनसे भी पूछताछ की जरूरत नहीं है। तुम तीनों भाई साथ में रहना और मां-बाप का ध्यान रखा। मेरे बेटे और बेटी का भी ध्यान रखना। उनकी शादी करवा देना। तुम तीनों भाई घर का ध्यान रखना। मुझे मेरे भाईयों पर भरोसा है।
मृतक हेमू मकवाना के पिता के अनुसार वह पिछले तीन साल तांत्रिक विद्या कर रहा था। पुलिस की शुरुआत जांच में सामने आया है कि खेत में अस्थायी तौर पर मकवाना दंपति ने एक हवन कुंड बनाया हुआ था। वहां पर भागवान शिव की तस्वीर भी लगाई हुई थी। पुलिस सुसाइट नोट समेत मौके पर मिले स्टांप पेपर को कब्जे में लेकर मामले की जांच शुरू की है। पुलिस पता लगाने की कोशिश कर रही है कि दंपती के किसके कहने पर तांत्रिक विद्या शुरू की थी।
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