केदारनाथ (Kedarnath) में पिछले दो दिनों से लगातार हो रही बर्फबारी रविवार को कुछ हद तक थम गई। हालांकि दोपहर बाद यह फिर से शुरू हो गया, जिससे वहां हो रहे निर्माण कार्य में लगे मजदूरों को काफी मुसीबतों का सामना करना पड़ा।
अधिकारियों ने बताया कि लगातार बारिश के कारण 25 अप्रैल से शुरू हो रही केदारनाथ यात्रा (Kedarnath Yatra) की तैयारियों में दिक्कत आ रही है।
उत्तराखंड में शुक्रवार सुबह से मौसम में बदलाव देखा गया, जहां मैदानी इलाकों में बारिश हुई, जबकि पहाड़ों पर बर्फबारी देखने को मिली।
केदारनाथ धाम (Kedarnath Dham) में भारी बर्फबारी के कारण यात्रा की तैयारियों पर भी असर पड़ा है, और चल रहे निर्माण कार्य को अस्थायी रूप से रोक दिया गया है।
उत्तराखंड के कई मैदानी इलाकों में भारी बारिश हुई, जिसके कारण कुछ वाहन मसूरी लाइब्रेरी चौक के पास भारी बारिश के कारण होटल के कैनोपी के मलबे के नीचे दब गए।
अधिकारियों ने बताया कि मौसम का मिजाज बदलते ही बदरीनाथ धाम में भी हिमपात शुरू हो गया। जानकारी के मुताबिक, 27 अप्रैल को भगवान बद्रीनाथ के कपाट खोले जाएंगे।
कथित तौर पर, नर नारायण, नीलकंठ और माणा सहित अन्य चोटियों पर भारी हिमपात के साथ तापमान लगातार गिर रहा है।
इससे पहले 11 मार्च को रुद्रप्रयाग जिला प्रशासन ने चारधाम यात्रा की तैयारी शुरू कर दी थी। चारधाम यात्रा 22 अप्रैल को यमुनोत्री और गंगोत्री मंदिरों के कपाट खुलने के साथ शुरू होगी। केदारनाथ 25 अप्रैल को और बद्रीनाथ 27 अप्रैल को खुलेगा।
उत्तराखंड में चारधाम यात्रा भारत में सबसे लोकप्रिय हिंदू तीर्थस्थलों में से एक है। यह तीर्थ चार पवित्र स्थलों की यात्रा है, जिसमें बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री, जो हिमालय में उच्च स्थान पर स्थित है, शामिल है।
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