गुजरात प्रदेश कांग्रेस कमेटी (GPCC) के अध्यक्ष जगदीश ठाकोर के हाल के बयान पर हुए विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन खेड़ा ने भारतीय जनता पार्टी पर पलटवार किया है। बता दें कि ठाकोर ने पूर्व प्रधान मंत्री मनमोहन सिंह के विचार का समर्थन करते हुए कि कहा था कि भारत के संसाधनों पर पहला दावा अल्पसंख्यकों का है। खेड़ा ने कहा कि दरअसल भाजपा ऐसे विवादों के जरिये राज्य विधानसभा चुनाव से पहले महत्वपूर्ण मुद्दों से लोगों का ध्यान हटाने की कोशिश कर रही है।
खेड़ा ने एक बयान जारी कर कहा, ‘कांग्रेस हमेशा से समावेशी विकास में विश्वास करती रही है। कांग्रेस हमेशा अपने आदर्शों पर दृढ़ रही है। महात्मा गांधी के आदर्शों पर चलती है, जिन्होंने कहा था कि वह सभी की आंखों से आंसू पोछना चाहते हैं। इसी तरह पंडित जवाहर लाल नेहरू ने कहा था कि उन लाखों पीड़ितों की सेवा करना ही भारत की सेवा करने के समान है। ऐसे ही कांग्रेस के आदर्श पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के लिए उस दर्द में झलकता है- जिन्होंने कहा कि भारत का भविष्य उज्ज्वल पथ पर होना चाहिए, लेकिन यह चमक सभी के लिए होनी चाहिए। ”
उन्होंने गुजरात की भाजपा सरकार पर विधानसभा चुनाव से पहले मतदाताओं का ध्यान भटकाने की कोशिश करने का भी आरोप लगाया। कहा, “गुजरात में भाजपा के 27 वर्षों के कुशासन में दलितों, आदिवासियों और अन्य पिछड़े समुदायों सहित समाज के कई वर्गों को मुख्यधारा से बाहर कर दिया गया है। गुजरात के किसान, मजदूर, डेयरी मालिक, अन्य सहकारी एजेंसियां, सूक्ष्म और लघु उद्योग, व्यापारी वर्ग और मध्यम वर्ग भाजपा की जनविरोधी नीतियों से पीड़ित हैं। एक-दो चुनिंदा उद्योगपतियों को ही फायदा हुआ है। गुजरात की जनता अच्छी तरह जानती है कि भाजपा अपने वादों को निभाने में विफल रही है।
उन्होंने कहा, ‘जब भी चुनाव आते हैं तो भाजपा का एकमात्र एजेंडा झूठ के जरिए समाज में तनाव पैदा करना होता है। उनका प्रयास जनता का ध्यान दबाव के मुद्दों और शासन की भारी विफलता से अन्य मामलों की ओर हटाना है। कांग्रेस इस बात पर गर्व महसूस करती है कि देश के अन्य हिस्सों की तरह वह भी गुजरात में समाज के सभी वर्गों के उत्थान के लिए उनके साथ खड़ी है।
बता दें कि अहमदाबाद में अल्पसंख्यक समुदाय के एक कार्यक्रम में ठाकोर द्वारा मनमोहन सिंह के विचार का समर्थन करने के बाद विवाद खड़ा हो गया था। उन्होंने यह भी कहा था कि उन्हें सिंह के बयान से हुए राजनीतिक नुकसान की जानकारी है; फिर भी उन्हें इस रुख पर टिके रहने के लिए अपनी पार्टी पर गर्व था। दो दिन बाद विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने अहमदाबाद के पालदी में पार्टी के राज्य मुख्यालय ‘राजीव गांधी’ भवन के बाहर कांग्रेस के पोस्टरों में तोड़फोड़ की थी, उन पर मुस्लिम मतदाताओं को लुभाने का आरोप लगाया था।
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