अंबाजी मंदिर में मोहनथाल के चढ़ावे को लेकर हुए विवाद में अब कांग्रेस भी मैदान में उतर गई है। अंबाजी में मोहनथाल की जगह चिकी प्रसाद दिए जाने पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जगदीश ठाकोर ने नाराजगी जताई है। उन्होंने मोहनथाल के प्रसाद को जारी रखने की मांग को लेकर रविवार को अम्बाजी मंदिर में दर्शन कर मोहनथाल का प्रसाद चढ़ा कर अपना विरोध दर्शाया।
मधुपुरा स्थित अंबाजी मंदिर में दर्शन करने आए जगदीश ठाकोर ने अंबाजी शक्तिपीठ मंदिर में मोहनथाल की जगह चीकी प्रसाद शुरू किए जाने का विरोध करते हुए कहा कि “अंबाजी में मोहनथाल के प्रसाद से स्थानीय लोगों को रोजी रोटी मिलती थी। मंदिर , संस्थापक , दाता दरबार ने कहा है कि हमारे पूर्वजों ने प्रसाद की शुरुआत मोहनथाल से की थी।”
जगदीश ठाकोर ने कहा, ” जो आस्था से जुड़ी महा प्रसाद हैं, उसे क्यों बदला जा रहा हैं? इसके साथ ही उन्होंने परंपरा को फिर से शुरू करने पर जोर देते हुए कहा कि हम इसे फिर से शुरू करा कर दम लेंगे।
अंबाजी में मोहनथाल की जगह चिकी का प्रसाद देते हुए 12 दिन से अधिक का समय हो गया है । यहां आने वाले तीर्थयात्रियों ने भी प्रसाद में मोहनथाल की जगह चिकी के प्रसाद को लेकर नाराजगी जताई है। विश्व हिंदू परिषद ने शनिवार को मोहनथाल प्रसाद की बहाली को लेकर धरना देकर नाराजगी जताई।
वही राज्य सरकार की तरफ से प्रवक्ता मंत्री ऋषिकेश पटेल ने साफ़ कर दिया हैं कि मोहनथाल की तुलना में चिकी का प्रसाद लम्बे समय तक चलता है। देश विदेश में अम्बाजी का प्रसाद भेजा जाता है , इसलिए मोहनथाल की जगह चिकी का प्रसाद ही जारी रहेगा।