कोंग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह, जो हर वक्त केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह और RSS के कट्टर आलोचको में से है, वे 30 सितंबर 2021 को भोपाल में एक पुस्तक का विमोचन करने पहुँचे थे। इसी दौरान उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की प्रशंसा की थी। रिपोर्ट्स के मुताबिक, वह 4 साल पहले की अपनी ‘नर्मदा परिक्रमा’ यात्रा की यादें साझा कर रहे थे।
दिग्विजय सिंह ने कहा कि यात्रा के दौरान वे एक बार देर रात गुजरात पहुँचे थे,ए जहा जा रहे थे उस बिच वह पहाड़ी और वन क्षेत्र था। न तो सड़कें ठीक थीं और न ही बोर्डिंग की सुविधा थी। कोंग्रेस सांसद ने बताया कि वहाँ एक फॉरेस्ट ऑफिसर उनसे मिलने आया। उसने अपना परिचय देते हुए कहा कि अमित शाह ने उसे यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि हमें और हमारे सहयोगियों को कोई परेशानी न हो और हमारी अच्छी तरह से देखभाल की जाए।
दिग्विजय सिंह ने आगे कहा कि भले ही यह एक दूर-दराज का इलाका था, फिर भी उन्हें आराम करने और अच्छा भोजन करने के लिए जगह दी गई थी। अधिकारी ने हमारी मदद की और हमें सुरक्षित हमारे गंतव्य स्थान तक पहुँचाया। उन्होंने आगे बताया कि उस समय गुजरात में चुनाव चल रहे थे और वे शाह के सबसे बड़े आलोचकों में से एक थे। फिर भी अमित शाह ने यह सुनिश्चित किया कि हम सुरक्षित अपने गंतव्य स्थान तक पहुँचे और रास्ते में कोई कठिनाई न हो।
कोंग्रेस सांसद ने कहा, “मैं कभी भी व्यक्तिगत तौर पर अमित शाह से कभी नहीं मिला, लेकिन इस घटना के बाद मैंने उनका आभार व्यक्त किया। शाह ने जो किया वह इस बात का प्रतीक था कि राजनीतिक विरोधियों को अपने राजनीतिक कर्तव्यों को जारी रखते हुए व्यवहार में एक-दूसरे के प्रति सम्मानजनक और सौहार्दपूर्ण होना चाहिए।”
RSS पर हमेशा कीचड़ उछालने वाले और यहाँ तक तक कि 26/11 के मुंबई हमलों को ‘RSS की साजिश’ बताने वाले दिग्विजय सिंह अचानक से RSS की भी प्रशंसा करते नजर आए थे। रिपोर्ट के मुताबिक, दिग्विजय सिंह ने मध्य प्रदेश में अपनी ‘नर्मदा परिक्रमा’ यात्रा का जिक्र करते हुए कहा कि उस दौरान उनसे नियमित रूप से RSS कार्यकर्ता मिलते थे और उनका हालचाल लेते रहते थे।
उन्होंने ने ये सभी बातें भोपाल में अपने सहयोगी ओ.पी.शर्मा द्वारा लिखी गई नई पुस्तक ‘नर्मदा के पथिक’ (नर्मदा के यात्री) के विमोचन समारोह के दौरान कही थी।
हालाकि एक तरफ पंजाब में कोंग्रेस नेताओं का एक बड़ा धड़ा सिद्धू का समर्थन करने के हाईकमान के फैसले के खिलाफ है तो वहीं दूसरी ओर अमरिंदर सिंह की अमित शाह से मुलाकात ने नई चिंताएँ बढ़ा दी हैं। ऐसे कठिन समय में दिग्विजय सिंह जैसे कोंग्रेसी दिग्गज का अमित शाह की तारीफ करना महज संयोग है या कोई सियासी संकेत उसपे कई सवाल उठ रहे ह| हालाकि उनका ऐसे तारीफ़ करने का मतलब क्या निकलता है वो तो आने वाला समय ही बताएगा|