- कांग्रेस के नेतृत्व , उसकी नीतियों और कार्यप्रणाली को लेकर जमकर किया प्रहार
- संघ – भाजपा की तारीफ , आप से बनायीं दुरी
- राममंदिर -370 -सीएए के निर्णय को सराहा
कांग्रेस गुजरात – गुजराती और हिंदुत्व से नफरत करती है , इसलिए वह गौतम अडानी , मुकेश अंबानी , मेहुल चौकसी – नीरव मोदी का विरोध करती है ,कांग्रेस विभाजन की राजनीति करती है, उक्त आरोप कांग्रेस से इस्तीफ़ा दे चुके पूर्व कार्यकारी प्रमुख हार्दिक पटेल ने , अपनी पहली पत्रकार परिषद में व्यक्त किये। इस दौरान युवा पाटीदार नेता ने कांग्रेस के नेतृत्व , उसकी नीतियों और कार्यप्रणाली को लेकर जमकर प्रहार किया। जबकि हिंदुत्व के मसले पर भाजपा और आरएसएस की तारीफ करते हुए अपने भावी कदम का संकेत दे दिया।
उन्होंने कहा, “मैंने अभी तक भाजपा में शामिल होने का फैसला नहीं किया है।” कांग्रेस पर पटेल के खिलाफ होने का आरोप लगाते हुए हार्दिक पटेल ने कहा की कांग्रेस ने चिमन पटेल से लेकर विठ्ठल रादडिया तक को धोखा दिया है।
जब पाटीदार समाज के 14 युवकों की मौत हुई तो कांग्रेस नेता अपने घर क्यों नहीं गए। कांग्रेस राम मंदिर, एनआरसी और सीएए के मुद्दे पर बोलने को तैयार नहीं है।
जबकि मैंने बार -बार कहा की यह जनता से जुड़े मुद्दे हैं लोग इन्हे चाहते हैं लेकिन नेतृत्व नहीं चाहता की हिंदुत्व के लिए कुछ बेहतर हो , खुद को भगवान राम का वंशज बताते हुए कहा की उन्हें ख़ुशी है की राम मंदिर बना , 370 हटा , सीएए दूर हुआ , इसकी सराहना करनी चाहिए , लेकिन कांग्रेस केवल विरोध करने के लिए विरोध करती है।
2017 में लोगों को कांग्रेस को वोट देने के लिए मजबूर करने के लिए मैं माफी मांगता हूं। जबकि मेरे समाज के धर्म गुरु मुझे समझा रहे थे की ऐसा नहीं करो। ।
गुजरात कांग्रेस प्रभारी रघु शर्मा पर प्रहार करते हुए कहा की शर्मा ने सचिन पायलट ने असिस्ट किया। जब पायलट की मदद करने की बात आई, तो रघु शर्मा ने नहीं किया। उन्हें एक मंत्री के रूप में हटाया जाना था और इसलिए वे प्रभारी बने। दाहोद में 25 लोग मौजूद थे और उन्होंने 70 हजार का बिल बनाया। फर्जी बिल बनाकर दिल्ली से पैसा लेना है।
मेरे पिता की मृत्यु के समय केवल शक्तिसिंह गोहिल ही मेरे घर आए। अगर कांग्रेस नेता कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष के शोक में शामिल नहीं हो पते तो वह आम जनता के दुःख में कैसे शामिल होंगे।
पूर्व कार्यकारी प्रमुख ने कहा ” मैं गुजरात के लोगों से कांग्रेस पर भरोसा नहीं करने का आग्रह करता हूं। कांग्रेस आपका भरोसा तोड़ देगी। मुझे खेद है कि मैंने अपने करियर के 3 साल बर्बाद कर दिए। गुजरात में आने वाले दिनों में कांग्रेस विपक्ष की भूमिका में नहीं होगी।”
कांग्रेस सबसे बड़ी जातिवादी राजनीति करती है। गुजरात कांग्रेस के कार्यवाहक अध्यक्ष एक माला की तरह हैं। गुजरात कांग्रेस ने मुझे कोई जिम्मेदारी नहीं दी है। कांग्रेस के नेता मुझसे कहते थे कि आप जैसे युवाओं की जरूरत है। कांग्रेस विधायक और कई युवा आहत हैं।
कांग्रेस के नेताओं ने युवाओ की मेहनत पर पानी फेर दिया है , मैंने गुजरात के लोगों के फायदे के लिए निष्ठा के लिए आंदोलन किया, कांग्रेस के पास गुजरात को लेकर विजन नहीं है , इसलिए 122 वरिष्ठ नेताओं ने पार्टी छोड़ा। मै हिन्दू आइडियोलॉजी से बिल्कुल जुड़ा हु , संघ देश के लिए बेहतर काम कर रहा है, उसे मानने में कोई गुरेज नहीं है।
विपक्ष होना चाहिए , लेकिन आक्रामक विपक्ष होना चाहिए , कांग्रेस विरोध भी पुलिस से सेटिंग करके करती है , कोरोना के दौरान गलत आकड़े पेश किये गए , बंद कमरे में तय हो गया था की क्या आकड़े देने हैं।
राहुल गाँधी की समझ पर सवाल करते हुए इस युवा नेता ने कहा की 2019 का चुनाव राफेल के नाम लड़ा गया जबकि लोगो को पता ही था की राफेल क्या है।
साढ़े चार साल बाद राहुल गाँधी को गुजरात के विधायकों से मिलने का मौका मिला। कुछ नेताओ ने पार्टी पर कब्ज़ा कर रखा है , वह अपना फायदा देखते है।
युवक कांग्रेस के चुनाव में पांच करोड़ खर्च होता है। जगदीश ठाकोर पर प्रहार करते हुए कहा की वह पदाधिकारियों के नाम भी नहीं बता सकते।
मैंने समय समय पर गुजरात की परिस्थिति से राहुल गाँधी प्रियंका गाँधी को अवगत कराया लेकिन कोई निर्णय नहीं हुआ।