कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को लोकसभा सदस्यता गंवानी पड़ी है. ‘मोदी सरनेम’ मामले में टिप्पणी को लेकर सूरत कोर्ट की ओर से दो साल की सजा सुनाए जाने के बाद यह फैसला हुआ है. आर्टिकल 102(1)(e) के तहत यह फैसला किया गया है. राहुल गांधी की लोक सभा की सदस्य्ता रद्द होने के बाद कांग्रेस हमलावर मूड में है। शाम 5 बजे कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने एआईसीसी बैठक बुलाई है।
सूरत कोर्ट के फैसले वाले दिन यानी 23 मार्च से राहुल गांधी की सदस्यता चली गई है. गौरतलब है कि मोदी सरनेम वाले मानहानि केस (Defamation Case) में कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को गुरुवार को सूरत कोर्ट ने 2 साल की सजा सुनाई थी. हालांकि, कोर्ट ने उनको तत्काल जमानत भी दे दी. साथ ही उन्हें ऊपरी अदालत में अपील करने के लिए 30 दिन की मोहलत देते हुए उनकी सजा को निलंबित किया था.
राहुल गांधी को दो साल की सजा मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व कांग्रेस नेता और वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ( Kapil Sibal) ने गुरुवार को ही कहा था कि राहुल दो साल की जेल की सजा के साथ एक सांसद के रूप में स्वत: अयोग्य हो जाते हैं हालांकि यह सजा अपने आप में “विचित्र” है.
गुजरात में कांग्रेस नेता भी अपने पूर्व अध्यक्ष के समर्थन में आक्रामक हैं। पूर्व नेता प्रतिपक्ष अर्जुन मोढवाडिया ने इसे सत्ता का दुरुपयोग बताया है , जबकि नेता कांग्रेस विधायक दल अमित चावड़ा ने कहा की कांग्रेस नेता सच को उजागर करने की कोशिश कर रहे थे। पूर्व प्रदेश कांग्रेस प्रमुख भरत सोलंकी ने कहा कि जनता की अदालत सब देख रही है। भारत जोड़ो यात्रा से भाजपा दरी हुयी है।
वही गुजरात भाजपा के पूर्व अध्यक्ष तथा विधायक जीतू वाघाणी ने कहा की देश संविधान से चलता है। संविधान के अनुसार कार्यवाही हुयी है। कांग्रेस नेताओं की प्रतिक्रिया यह बताती है कि कांग्रेस अदालत के फैसले का सम्मान नहीं करती।
गांधी आज सुबह लोकसभा आए। अफरा-तफरी तब मच गई जब कांग्रेस के नेता उन्हें बोलने की इजाजत देने की मांग को लेकर सदन के वेल में पहुंच गए। लोकसभा को कुछ देर बाद स्थगित कर दिया गया। कांग्रेस ने आज राष्ट्रीय राजधानी में बड़े पैमाने पर आंदोलन की योजना बनाई है और फैसले पर चर्चा करने के लिए पार्टी के अन्य नेताओं के साथ राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मिलने के लिए तैयार है। विपक्षी नेताओं ने आज सुबह संसद में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के कार्यालय में मुलाकात की
कांग्रेस नेता राहुल गांधी को मानहानि मामले में दोषी ठहराए जाने के एक दिन बाद, लोकसभा सचिवालय ने एक अधिसूचना में कहा कि वायनाड के सांसद को 23 मार्च, 2023 से लोकसभा से अयोग्य घोषित कर दिया गया है। इससे पहले दिन में, विपक्षी सांसदों ने संसद में राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के कार्यालय में एक संक्षिप्त बैठक की और फिर “लोकतंत्र खतरे में है” कहते हुए पोस्टर लहराते हुए राष्ट्रपति भवन की ओर मार्च किया। विरोध को देखते हुए विजय चौक इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। बाद में हलचल शांत हो गई और कुछ सांसदों को विजय चौक से हिरासत में ले लिया गया जबकि अन्य वहां से चले गए।