खबर यह नहीं है कि गांधीनगर में मनसा तालुका के सोलैया गांव में चौधरी समुदाय द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और गुजरात विधानसभा के अध्यक्ष शंकर चौधरी शामिल हुए। खबर यह है कि रविवार को दोनों पूर्व मंत्री विपुल चौधरी के साथ बैठे थे। वह शंकर सिंह वाघेला सरकार में मंत्री थे। उन पर 800 करोड़ रुपये के कथित घोटाले का आरोप है।
विश्व अंजना महासम्मेलन के तहत में आयोजित इस कार्यक्रम में पार्टी लाइन से परे समुदाय के नेताओं को देखा गया। इसकी अध्यक्षता यूएस-कनाडा के एनआरआई रमन चौधरी ने की।
गुजरात के कृषि और डेयरी क्षेत्रों में चौधरी समुदाय के योगदान की सराहना करते हुए सीएम ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उस तरह के विकास का एक उदाहरण दिखाया है, जो सरकार द्वारा समुदाय की एकता को प्रोत्साहित करने पर प्राप्त किया जा सकता है … अगर हम इसे जारी रखते हैं और नेक काम कर रहे हैं तो समुदाय का विकास निश्चित है। इसके लिए सरकार हमेशा आपके साथ है।’
मंच पर डेयरी नेताओं में शंकर चौधरी थे जो बनास डेयरी के प्रमुख थे। बनास डेयरी गुजरात में सबसे अमीर डेयरी में से एक है। उनके अलावा मेहसाणा की दूधसागर डेयरी के प्रमुख अशोक चौधरी भी थे, जिसका नेतृत्व पहले विपुल के पास था।
गुजरात विधानसभा के अध्यक्ष शंकर चौधरी ने कहा कि अंजना-चौधरी समुदाय कृषि और डेयरी क्षेत्र में कड़ी मेहनत से आगे आया है। उन्होंने कहा कि समारोह को देखकर कोई भी यह निष्कर्ष निकाल सकता है कि चौधरी समाज बहुत संपन्न है। उन्होंने कहा, “हालांकि, यह वास्तविकता नहीं है। ऐसे लोग बहुत कम होते हैं। समुदाय के बाकी लोग मजदूरी का काम कर रहे हैं.. आप तभी लाभान्वित होंगे जब आप समुदाय में सबको साथ लेकर चलेंगे।’
इस कार्यक्रम में बनासकांठा के सांसद परबत पटेल, खेरालू के विधायक सरदार चौधरी, मनसा के विधायक जेएस पटेल, बनासकांठा से पूर्व केंद्रीय मंत्री हरिभाई पार्थिभाई चौधरी, अखिल अंजना केलवानी मंडल के अध्यक्ष हरिभाई वी चौधरी, पूर्व विधायक अमित चौधरी और रामिला चौधरी, पूर्व मंत्री हरजीवन पटेल और भाजपा सांसद मेहसाना शारदाबेन पटेल भी मौजूद थीं।
भ्रष्टाचार के आरोप में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (Anti Corruption Bureau) द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद से न्यायिक हिरासत में चल रहे दूधसागर डेयरी के पूर्व अध्यक्ष विपुल चौधरी ने समुदाय को एकजुट करने के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “केवल वही समुदाय आगे बढ़ सकता है, जो जागरूक है।”
बता दें कि अक्टूबर 2022 में कांग्रेस के नेता विपुल के साथ एकजुटता दिखाने के लिए मेहसाणा में इकट्ठा हुए थे। विपुल उस समय 800 करोड़ रुपये की कथित धांधली के आरोप में जेल में थे। उस मामले में पूर्व सीएम शंकरसिंह वाघेला और गुजरात प्रदेश कांग्रेस कमेटी (जीपीसीसी) के पूर्व अध्यक्ष अर्जुन मोधवाडिया को गवाह के रूप में तलब किया गया था। अंजना चौधरी द्वारा आयोजित सभा को उन दो नेताओं ने भी संबोधित किया, जिन्होंने भाजपा के खिलाफ प्रचार किया था। हाल ही में हुए गुजरात विधानसभा चुनावों के दौरान विपुल के नेतृत्व वाली अर्बुदा सेना ने उत्तर गुजरात में कई स्थानों पर सत्तारूढ़ भाजपा के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था।
महासम्मेलन के अध्यक्ष रमन चौधरी ने समुदाय के लोगों से अपील की कि वे विदेश जाने के बारे में सोचना शुरू करें। अपनी युवा पीढ़ी को इसके लिए प्रेरित करें। इस कार्यक्रम में 200 से अधिक एनआरआई भी शामिल हुए।
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