चीन में कोविड की नई लहर को लेकर अमेरिका के बयान के बाद अफरातफरी मच गई है। चीन के तमाम शहरों में अस्पतालों में बड़े पैमाने पर बेड लगाए जा रहे हैं। बता दें कि अमेरिका ने कहा है कि दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला देश जीरो कोविड प्रोटोकॉल में ढील देने से गंभीर संक्रमण से जूझ रहा है। अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा कि जो वायरस चीन में फैल रहा है, उसमें म्यूटेशन होने और हर जगह लोगों के लिए खतरा पैदा करने की क्षमता है। यह दुनिया भर की अर्थव्यवस्था के लिए चिंता की बात है।
अमेरिका ने कहा कि वायरस 1.4 अरब लोगों वाले ऐसे देश में फैल गया है, जिनके पास इतने लंबे समय तक नेचुरल इम्युनिटी (natural immunity) की कमी है। इससे संभावित मौतों, वायरस म्युटेशन और इकोनॉमी पर फिर से प्रभाव के बारे में चिंता बढ़ रही है। बता दें कि बीजिंग ने मंगलवार को कोविड से पांच मौतों की सूचना दी। वैसे चीन ने 2019 के अंत में वुहान में महामारी फैलने के बाद से सिर्फ 5,242 कोविड की मौत की सूचना दी है, जो वैश्विक मानकों (global standards) के हिसाब से बेहद कम है। लेकिन इस बात पर संदेह बढ़ रहा है कि चीन द्वारा 7 दिसंबर को सबसे अनिवार्य परीक्षण (mandatory testing) की शर्त हटा देने के बाद हालात बेकाबू हो सकते हैं। यही कारण है कि कुछ अस्पताल खचाखच भर गए हैं। दवा की दुकानें खाली हो गई हैं। लोगों के घर में सिमट जाने या बीमार पड़ जाने से सड़कों पर असामान्य रूप से सन्नाटा पसर गया है।
कुछ स्वास्थ्य विशेषज्ञों का अनुमान है कि चीन में 60% लोग (दुनिया की आबादी के 10% के बराबर) आने वाले महीनों में संक्रमित हो सकते हैं, और 2 मिलियन से अधिक लोग मर सकते हैं।
राजधानी बीजिंग में सुरक्षा गार्डों ने कोविड-19 से मरने वालों के लिए विशेष रूप से बने श्मशान के गेट पर निगरानी शुरू कर दी है। वहां शनिवार को पत्रकारों ने बड़े पैमाने पर पहुंची लाशें देखीं। सोमवार क भी बीजिंग के श्मशान से पुलिस और सुरक्षा गार्डों ने पत्रकारों को खदेड़ दिया। गौरतलब है कि पिछले लंबे समय से चीन की सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी दावा करती आ रही है कि उसने वायरस पर नियंत्रण पा लिया है। लेकिन ताजा लहर चौंकाने वाला है। कहा जा रहा है कि चीन कोरोना से होने वाली मौतों को छिपा रहा है।
इस बीच स्वास्थ्य अधिकारियों ने यू-टर्न लेते हुए हालात की गंभीरता को कम बताने की कोशिश शुरू कर दी है। वे इस आशंका को भी कम कर रहे हैं कि अब प्रमुख ओमिक्रॉन स्ट्रेन विकसित होकर और अधिक विषैला हो सकता है। प्रमुख संक्रामक रोग (infectious disease) विशेषज्ञ झांग वेनहोंग ने कहा है कि अचानक बड़े म्यूटेशन की संभावना बहुत कम है। लेकिन इस बात के पूरे संकेत हैं कि वायरस चीन की नाजुक स्वास्थ्य प्रणाली को नुकसान पहुंचा रहा है।
सरकारी ग्लोबल टाइम्स ने सोमवार को बताया कि शहर गंभीर कोविड मामलों की देखभाल और इलाज की अन्य सुविधाओं का विस्तार करने के प्रयासों में तेजी ला रहे हैं। अधिकारी तथाकथित फीवर क्लीनिक बनाने के लिए भी दौड़ रहे हैं, जहां कर्मचारी ही मरीजों के लक्षणों की जांच करते हैं और दवाइयां देते हैं। अक्सर अस्पतालों से जुड़े ये क्लीनिक चीन में आम हैं। इन्हें स्वास्थ्य देखभाल सेटिंग्स में संक्रामक रोग के व्यापक प्रसार को रोकने के लिए डिजाइन किया गया है।
सरकारी WeChat खातों और मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, पिछले सप्ताह में बीजिंग, शंघाई, चेंग्दू और वानजाउ सहित प्रमुख शहरों ने ऐसे सैकड़ों फीवर क्लीनिकों से जुड़ जाने की घोषणा की है।
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