स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा की ऑक्सीजन एक ज़रूरी उपकरण है और कोरोना काल के इस हालात में काफी दर्दियों को इसकी ज़रूरत पड़ती है| इन्ही बातो को धयान में रखते हुए केंद्र ने राज्यों और केन्द्र-शासित प्रदेशो को दिए गए ऑक्सीजन आपूर्ति उपकरणों को चालू करने, स्थापना और कार्यात्मक स्थिति की समीक्षा करने का आर्डर दिया है|
केंद्र मंत्रालय ने विडिओ कांफ्रेंस के ज़रिये सभी प्रदेशो के साथ बैठक की। सभी राज्यों को सुचित किया गया कि पीएसए संयंत्रों, ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर्स, वेंटिलेटर, ऑक्सीजन सिलेंडर, तरल चिकित्सा ऑक्सीजन संयंत्रों और मेडिकल गैस पाइपलाइन सिस्टम के लिए उपकरणों की उपलब्धता, तकनीकी और वित्तीय मदद के माध्यम से उनकी सहायता की है|
सभी राज्यों से विनंती की गई है की वे कार्य की निगरानी या रोजना उसकी स्थिति की समीक्षा करे। ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि जिलों को वितरित और स्वास्थ्य सुविधाओं में स्थापित उपकरणों और प्रणालियों के बीच का अंतर शून्य हो।
अब तक कुल 3783 MT ऑक्सीजन क्षमता के साथ कुल 3236 पीएसए संयंत्र स्थापित किए गए हैं। इसके अलावा राज्यों को पीएम केयर और ईसीआरपी 2 के तहत 114000 ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर देश के विभीन क्षेत्र में दिए जा रहे हैं।
सभी ऑक्सीजन उपकरणों की पूर्ण कार्यक्षमता सुनिश्चित करने के लिए राज्यों को मोक ड्रिल का आयोजन करने की सुचना दी गई है|