अहमदाबादः ओधव में ऑटोमोबाइल गैरेज और एक्सेसरीज़ की दुकान चलाने वाले एक व्यक्ति ने पुलिस में धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने बताया कि कनाडा का वर्क परमिट (Canada work permits) दिलाने के वादे पर छह लोगों ने उनसे और तीन अन्य लोगों से 10 लाख रुपये की ठगी कर ली है।
ओधव में विराटनगर रोड पर शिरोमणि में रहने वाले 43 वर्षीय लालजी पटेल ने अपनी प्राथमिकी (FIR) में कहा है कि उन्होंने एक व्हाट्सएप ग्रुप में कनाडा वर्क परमिट से संबंधित विज्ञापन देखा था। उसमें दी गई सूचना के आधार पर अंबाजी में एसटी डिपो मैनेजर के रूप में काम करने वाले अदलज के कल्पेश पटेल से संपर्क किया।
लालजी ने कहा कि कल्पेश ने चार से पांच महीने में वर्क परमिट वीजा दिला देने का वादा किया। इसके लिए कल्पेश ने उनसे कुल 11 लाख रुपये मांगे। कल्पेश ने लालजी से कहा कि प्रक्रिया शुरू करने के लिए उन्हें शुरू में 2.5 लाख रुपये की आवश्यकता होगी। फिर वीजा पाने के बाद 8.5 लाख रुपये देने होंगे। कल्पेश के निर्देश पर अगस्त 2021 में लालजी ने उन्हें 2.5 लाख रुपये दे दिए। इसके बाद वीजा प्रक्रिया (visa procedure) के लिए पासपोर्ट की कॉपी उन्हें भेज दी। लालजी ने कहा कि कल्पेश ने उन्हें 5 दिसंबर को एलएमआईए (labour arket impact assessment) पत्र भेजा था। लालजी ने वैष्णोदेवी सर्कल के पास एक निजी अस्पताल में मेडिकल जांच की। इसके लिए उन्होंने 7,300 रुपये का भुगतान किया। इसी साल फरवरी में लालजी ने कल्पेश से वीजा के बारे में पूछा। कल्पेश ने बताया कि उसकी पत्नी हीना पटेल वीजा से जुड़ी एक एजेंसी चलाती हैं और लालजी को आश्वासन दिया कि उनका वीजा तीन महीने में मिल जाएगा।
16 मार्च 2022 को लालजी ने अपना बायोमेट्रिक डाटा दिया। तब उन्होंने पाया कि प्रक्रिया वर्क परमिट वीजा (work permit visa) के लिए नहीं थी, बल्कि विजिटर वीजा (visitor’s visa) के लिए थी। लालजी ने कहा कि उन्होंने व्हाट्सएप ग्रुप से संपर्क किया और पाया कि तीन अन्य- ओधव के दशरथ पटेल, नरोदा के प्रणय पटेल और कृष्णानगर के जयदीप पटेल ने भी कल्पेश को 2.50 लाख रुपये का भुगतान किया था। जब चारों कल्पेश से मिले, तो बताया कि उसने मेहसाणा के जोताना के गणपत पटेल, उनकी पत्नी श्वेता पटेल और उनके रिश्तेदार बाबू पटेल द्वारा संचालित एक ट्रैवल एजेंसी को सबकी फाइलें दी हैं। साबरकांठा के प्रांतिक के रुत्विक पटेल भी गणपत से जुड़े एक अन्य व्यक्ति थे। लालजी और तीन अन्य ने आखिरकार पुलिस से संपर्क किया। कल्पेश और पांच अन्य के खिलाफ धोखाधड़ी, विश्वासघात और आपराधिक साजिश (cheating, breach of trust, and criminal conspiracy) का मामला दर्ज कर लिया गया है।
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