बच्चो का शौक और माता पिता का आत्मविश्वास कहें या लापरवाही लेकिन परीणाम बेहद दर्दनाक होता है , कम उम्र में बिना लायसेंस के वाहन चलाने के किशोरों का शौक उन्हें मौत के मुह तक ले जा सके, साथ ही कानून का पालन हो इसलिए पुलिस ने किशोर वाहन चालको के खिलाफ विशेष अभियान शुरू किया है | दो दिन में ही पुलिस ने ना केवल विशेष मुहीम में सफलता हांसिल की बल्कि किशोरों में भी पुलिस का डर देखा जा रहा है | आखिर कानून का पपालन और जिंदगी बचाना दोनों जरुरी है
अपने पिता के स्कूटर से स्कूल जा रहे एक 15 वर्षीय लड़के को AMTS बस द्वारा कुचलने की दर्दनाक घटना के बाद यातायात पुलिस ने किशोर वाहन चालको के खिलाफ विशेष मुहीम छेडते हुए तीन दिन में 71 मामले दर्ज कर हजारों का जुर्माना वसूला , जबकि कई वाहन जब्त किए | विदित हो कि वडाज इलाके में उक्त अभियान गुरुवार को एक दुर्घटना के मद्देनजर शुरू हुआ, जब अपने पिता के स्कूटर से स्कूल जा रहे एक 15 वर्षीय लड़के को एएमटीएस बस ने कुचल दिया। जिसके बाद सभी 14 यातायात पुलिस स्टेशनों ने अपने-अपने क्षेत्राधिकार में किशोर वाहन चालको के खिलाफ विशेष अभियान चलाया। पहले दिन कुल 10 मामले दर्ज किए गए।
20,000 रुपये का जुर्माना वसूल किया गया और 10 वाहनों को हिरासत में लिया गया। पांच ‘गैर-संज्ञेय’ (एनसी) शिकायतें दर्ज की गईं। रविवार को यातायात विभाग ने इस अभियान को और तेज करते हुए 53 मामले दर्ज किए। 1.02 लाख रुपये जुर्माना वसूला गया और 11 वाहनों को हिरासत में लिया गया।
कई मामलों में, किशोरों ने पुलिस को बताया कि उनके माता-पिता को इस बात की जानकारी नहीं थी कि वे वाहन चला रहे हैं। उनमें से कुछ ने बहाना बनाया कि वे लाइसेंस घर भूल गए हैं और कुछ अन्य ने कहा कि उनके पास जुर्माना भरने के लिए पैसे नहीं हैं।