अहमदाबाद: हर यात्री की पहचान को प्रमाणित करने के लिए एयरलाइंस द्वारा की जाने वाली फुलप्रूफ जांच को देखते हुए यह असंभव लगता होगा कि कोई किसी और के बोर्डिंग पास पर यात्रा कर ले।
लेकिन हाल ही में नई दिल्ली में इंदिरा गांधी हवाईअड्डा (IGI) के अधिकारियों ने अहमदाबाद के एक 81 वर्षीय दंपती द्वारा अवैध इमिग्रेशन की कोशिश को नाकाम कर दिया। उन्होंने पंजाब और हरियाणा से कोलंबो जाने वाले दो यात्रियों के साथ अपनी टोरंटो उड़ान के बोर्डिंग पास का आदान-प्रदान किया था। बोर्डिंग पास की अदला-बदली के लिए एक मानव तस्कर (human smuggler) ने दंपती को कथित तौर पर 2-2 लाख रुपये दिए थे।
दिल्ली पुलिस की एक टीम ने हाल ही में असरवा निवासी रमनलाल पटेल और उनकी पत्नी शांताबेन से जुड़े मामले की जांच के लिए अहमदाबाद और गांधीनगर का दौरा किया था। दंपती ने कथित तौर पर पंजाब के गुरदासपुर के 28 वर्षीय हरसिमरनजीत सिंह और हरियाणा के करनाल की 23 वर्षीया प्रियंका सिंह के साथ अपने बोर्डिंग पास की अदला-बदली की थी।
सूत्रों के मुताबिक, एक मानव तस्कर के कहने पर दंपती ने आईजीआई में एयरोब्रिज के पास दोनों यात्रियों को बोर्डिंग पास सौंपे। अगर योजना सफल होती, तो पंजाब और हरियाणा के दो यात्री टोरंटो के लिए उड़ान भरते और बाद में एजेंटों की मदद से अमेरिका चले जाते।
दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, “मामला 4 अप्रैल को दर्ज किया गया था। पटेल दंपती को टोरंटो जाने के लिए आईजीआई हवाई अड्डे पर मंजूरी मिली थी, जबकि प्रियंका और हरसिमरनजीत ने कोलंबो जाने के लिए सभी आवश्यक जांचों की मंजूरी ली थी।” दोनों उड़ानों की ओर जाने वाले एरोब्रिज के पास पटेलों ने दोनों यात्रियों के साथ अपने बोर्डिंग पास बदल ली। हालांकि, जब प्रियंका और हरसिमरनजीत टोरंटो की फ्लाइट में सवार होने वाले थे, तब एयरपोर्ट पर एक सतर्क अधिकारी ने उन्हें घबराया हुआ देखा। उनकी बॉडी लैंग्वेज से उन्हें शक हुआ और जब उन्होंने सीसीटीवी फुटेज चेक किए तो उन्हें बोर्डिंग पास की अदला-बदली का पता चला।
बुजुर्ग दंपती पर धोखाधड़ी का मामला दर्जः
आईजीआई हवाईअड्डा पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि पटेल अक्सर अपने परिवार के सदस्यों से मिलने के लिए कनाडा जाते थे। इसलिए उनके पास यात्रा के सभी जरूरी दस्तावेज थे। एक मानव तस्कर इस जोड़े को जानता था। उसने उन्हें हरसिमरनजीत और प्रियंका को अवैध रूप से कनाडा भेजने में मदद करने पर प्रत्येक को 2-2 लाख रुपये देने का वादा किया। दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने कहा कि पटेल दंपती इसके नतीजे जाने बिना पैसे के लिए मदद करने पर राजी हो गया। सभी चार यात्रियों पर आईपीसी के तहत धोखाधड़ी, जालसाजी, जाली दस्तावेजों को असली के रूप में पेश करने, आपराधिक साजिश आदि के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने कहा कि इस मामले में अहमदाबाद, गांधीनगर और दिल्ली के कई एजेंट भी शामिल थे।
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