पेले के नाम से मशहूर ब्राजील के फुटबॉल दिग्गज एडसन अरांतेस डो नैसिमेंटो का साओ पाउलो के एक अस्पताल में निधन हो गया। वह 82 वर्ष के थे। निधन की सूचना उनके एजेंट जो फ्रैगा ने दी।
फुटबॉल के महानतम खिलाड़ियों में से एक पेले ने ब्राजीलियाई क्लब सैंटोस और ब्राजील की राष्ट्रीय टीम की ओर से खेलते हुए पैरों से जादू दिखाते हुए दुनिया को चकाचौंध कर डाला था। पेले कुछ समय से कैंसर से जूझ रहे थे। हाल ही में अस्पताल में इलाज कराने के दौरान उनकी स्थिति खराब हो गई थी।
जैसे-जैसे उनका स्वास्थ्य बिगड़ता गया, उनका बाहर निकलना बंद होता गया। उन्हें अपने अंतिम वर्षों के दौरान अक्सर व्हीलचेयर में देखा जाता था। वह ब्राजील की 1970 विश्व कप टीम का प्रतिनिधित्व करने वाली एक मूर्ति के अनावरण (unveil a statue) समारोह में भी शामिल नहीं हुए थे। पेले ने अपना 80वां जन्मदिन समुद्र तट वाले घर में परिवार के कुछ सदस्यों के साथ ही मनाया था।
23 अक्टूबर 1940 को ट्रेस कोराकोस या “थ्री हर्ट्स” के छोटे मिनस गेरैस शहर में जन्मे एडसन अरांतेस डो नैसिमेंटो ने अपने पिता से खेल सीखा। पिता ऐसे खिलाड़ी थे, जिनका करियर घुटने की चोट के कारण आगे नहीं बढ़ पाया। पेले ने अपनी करिश्माई खेल और विजयी मुस्कान के साथ 1,281 गोल करने का विश्व रिकॉर्ड बनाया। तीन बार विश्व कप जीतने वाले वह एकमात्र खिलाड़ी हैं।
ऐसा रहा करिश्माः
पेले ने 1958, 1962 और 1970 के विश्व कप में ब्राजील को जीत दिलाई थी। वह 77 गोल के साथ टीम के सर्वकालिक प्रमुख स्कोरर में से एक रहे थे। हाल ही में हुए फीफा विश्व कप में नेमार ने पेले के रिकॉर्ड की बराबरी की है।
ब्राजील के पेले ने 16 साल की उम्र में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मैच खेलना शुरू किया। उन्होंने ब्राजील के लिए खेलते हुए 92 मैचों में 77 गोल करके टीम की ओर से सबसे अधिक गोल करने वाले खिलाड़ी के रूप में करियर समाप्त किया। ब्राजीलियाई क्लब सैंटोस से खेलते हुए भी 659 मैचों में 643 गोल किए। अपने फुटबॉल करियर के अंतिम दो वर्षों में पेले ने अमेरिका में न्यूयॉर्क कॉसमॉस के लिए भी खेला।
पेले दो दशक तक ब्राजील की राष्ट्रीय टीम और वहां के क्लब सैंटोस से खेले। कभी नंगे पांव खेलने वाले पेले फुटबॉल के सबसे चमकदार सितारों में थे। उन्होंने 17 वर्ष की उम्र में 1958 में स्वीडन में पहली बार विश्व कप में हिस्सा लिया था। फाइनल मैच में मेजबान स्वीडन के खिलाफ दो गोल करने वाले पेले को तब साथी खिलाडि़यों ने जीत के बाद कंधे पर उठा लिया था। ब्राजील ने यह मैच 5-2 से जीता था। चिली में खेले गए विश्व कप में चोट के कारण पेले दो मैच ही खेल सके, लेकिन ब्राजील फिर भी चैंपियन बना। इसके बाद मैदान पर नंबर- 10 प्रशंसकों के बीच पेले की पहचान बन चुका था।
21 वर्ष के सुनहरे करियर में पेले ने 1,283 गोल किए। उन्हें 20वीं सदी का पहला वैश्विक आइकन माना जाता है। अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति ने एथलीट आफ द सेंचुरी और फीफा ने उन्हें सदी का फुटबालर और ब्राजील सरकार ने नेशनल ट्रेजर घोषित किया था। पेले ने ब्राजील को फुटबॉल की ऊंचाइयों तक पहुंचाया था। फुटबॉल के महानतम खिलाड़ियों की सूची में पेले के साथ केवल दिवंगत डिएगो माराडोना, लियोनेल मेसी और क्रिस्टियानो रोनाल्डो का जिक्र किया जाता है।
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