भाजपा सांसद जनार्दन मिश्रा ने विवाद को न्योता देते हुए कहा कि उनसे तभी संपर्क किया जाना चाहिए जब किसी व्यक्ति पर 15 लाख रुपये से अधिक के भ्रष्टाचार का आरोप लगाया गया हो। दूसरी बार निर्वाचित रीवा सांसद अक्सर अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहते हैं | विवाद और उनके बयान का पुराना नाता है कुछ दिन पूर्व ही उन्होंने कहा था की प्रधानमंत्री मोदी यदि एक बार अपनी ढाढ़ी में हाथ फेरते है वो एक करोड़ आवास गिरते हैं
ऑनलाइन वायरल हुए एक वीडियो में, मध्य प्रदेश के रीवा से बीजेपी सांसद को यह कहते हुए सुना जा सकता है, “जब लोग एक सरपंच (ग्राम प्रधान) पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हैं, तो मैं मजाक में उनसे कहता हूं कि अगर भ्रष्टाचार 15 लाख रुपये तक है तो मत आओ। अगर यह (भ्रष्टाचार) 15 लाख रुपये से अधिक है तो मेरे पास ही आएं।
वर्तमान चुनौतियों से निपटने में मीडिया की भूमिका पर एक सेमिनार में बोलते हुए उन्होंने कहा कि सरपंचों द्वारा भ्रष्टाचार से संबंधित चिंताओं को लेकर लोग बड़ी संख्या में उनके पास आते हैं। मिश्रा ने कहा कि उम्मीदवार “पहले 7 लाख रुपये चुनाव लड़ने में खर्च होता है वह निकालते हैं अगले 7 लाख रुपये अगले चुनाव के लिए और 1 लाख रुपये बढ़ती महंगाई को देखते हुए” कमाते हैं।उनकी टिप्पणी उत्तर प्रदेश के कानपुर की एक जिला अदालत द्वारा कर चोरी के एक मामले में इत्र व्यापारी पीयूष जैन को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजे जाने के एक दिन बाद आई है। उनकी गिरफ्तारी से भाजपा और समाजवादी पार्टी के बीच वाकयुद्ध छिड़ गया, दोनों ने एक दूसरे पर जैन के साथ संदिग्ध संबंध होने का आरोप लगाया।