गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा के चुनावी घोषणापत्र में किसानों को लेकर नजरिया काफी फीका नजर आता है। आलोचकों के मुताबिक, किसानों के मुद्दों को लेकर ऐप पर मिले सुझावों पर गौर नहीं किया गया है
किसानों से संबंधित कुछ प्रमुख मुद्दों शामिल नहीं हैं। जैसे कहीं और गोली लगने से घायल हुई नीलगाय अगर किसी खेत में मिलती है, तो खेत मालिक के खिलाफ दर्ज पुलिस मामले। यह ध्यान रखना उचित है कि नीलगाय एक गंभीर समस्या है। गुजरात के बड़े हिस्से में किसानों को इसका सामना करना पड़ता है। नीलगाय खड़ी फसल को नुकसान पहुंचाने के लिए जानी जाती है।
इसी तरह, किसान विकास निगम बनाने की किसानों की लंबे समय से मांग रही है, ताकि किसानों को मिलने वाले लाभों को व्यवस्थित तरीके से आगे बढ़ाया जा सके। भाजपा के घोषणापत्र में इस मांग पर ध्यान नहीं दिया गया है।
किसान जीरा के लिए उंझा और आलू के लिए पालनपुर में विशेष मार्केट यार्ड की भी मांग कर रहे हैं। इसके लिए घोषणापत्र में कुछ नहीं है।
किसान नेता बताते हैं कि बिजली शुल्क हटाने की उनकी मांग को भी खारिज कर दिया गया है।
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