वाशिंगटनः माइक्रोसॉफ्ट कंपनी के संस्थापक बिल गेट्स ने कोविड को लेकर दुनिया को फिर चेतावनी दी है। कहा है कि दुनिया ने अभी कोरोना महामारी के सबसे बुरे दौर का सामना नहीं किया है। उनके मुताबिक, डेल्टा और ओमिक्रॉन वैरिएंट से भी ज्यादा संक्रामक और ज्यादा जानलेवा कोरोना वेरिएंट के आने का खतरा बना हुआ है। स्थिति से पहले से निपटने के लिए उन्होंने वैश्विक निगरानी बढ़ाने की आवश्यकता पर बल दिया है।
फाइनेंशिय टाइम्स से बातचीत में उन्होंने कहा, “मैं दुनिया को डराना नहीं चाहता, लेकिन अभी तक हमने कोविड के सबसे बुरे दौर का सामना नहीं किया है। हमने अभी औसत से 5 प्रतिशत से ज्यादा के खतरे का सामना नहीं किया है। अभी और ज्यादा संक्रामक और ज्यादा जानलेवा कोरोना वेरिएंट के आने का खतरा बना हुआ है।”
माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक ने यह भी सुझाव दिया कि भविष्य के खतरों की भविष्यवाणी करने और अंतरराष्ट्रीय समन्वय में सुधार करने के लिए विशेषज्ञों की एक अंतरराष्ट्रीय टीम बनाई जा सकती है, जिसमें महामारी विज्ञानियों और कंप्यूटर मॉडेलर शामिल हों। साथ ही, विश्व स्वास्थ्य संगठन को स्थिति से बहुत पहले से निपटने के लिए और अधिक निवेश करना चाहिए। दिग्गज अरबपति ने कहा, “यह मेरे लिए बेतुका लगता है कि हम इस त्रासदी को देखने में विफल जाते हैं और दुनिया के नागरिकों की ओर से इसमें निवेश नहीं करते।”
गेट्स पिछले कुछ वर्षों से महामारी को लेकर चेतावनी जारी करते रहे हैं। 2015 में उन्होंने पहली बार सार्वजनिक रूप से आगाह किया था कि “दुनिया अगली महामारी के लिए तैयार नहीं थी” और यह कि वायरस दरअसल युद्ध नहीं, “वैश्विक तबाही” का सबसे बड़ा खतरा पैदा करते हैं। बता दें कि हाल ही में उन्होंने “हाउ टू प्रिवेंट द नेक्स्ट पेंडेमिक” नाम से एक किताब लिखी है, जो कोविड महामारी से सीखे गए सबक के आधार पर अगली महामारी को रोकने के तरीके के बारे में बात करती है।
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