उत्तर प्रदेश में अपनी खोयी हुयी जमीन तलाशने की कोशिश कर रही कांग्रेस ने पीड़ितों , महिलाओं और नए चेहरों पर दांव खेला है | कांग्रेस महासचिव और उत्तरप्रदेश की प्रभारी प्रियंका गाँधी वाड्रा ने महिलाओ को 40 प्रतिशत आरक्षण का अपना वायदा भी पूरा किया है | वही नेताओं के परिजनों पर भी एक बार फिर से भरोसा किया है |
उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस पार्टी ने पहली लिस्ट जारी कर दी है. उन्नाव रेप पीड़िता की माँ ,आशा वर्कर के आंदोलन में लाठी खाने वाली महिला और सोनभद्र नरसंहार के पीड़ित को जनादेश के सहारे विधानसभा पहुंचने का मौका दिया गया है |
आश्चर्जनक ढंग से पहली सूची में कई बड़े नाम गायब है | प्रियंका गांधी ने कांग्रेस की पहली लिस्ट जारी की है. इस लिस्ट में 125 उम्मीदवार हैं, जिसमें 50 महिला उम्मीदवार भी शामिल हैं. उन्होंने कहा कि इस सूची में 40-40% महिलाएं युवा हैं. उन्होंने कहा कि हमारी सूची में जो महिलाएं हैं उनमें से कुछ पत्रकार हैं, कुछ संघर्षशील महिलाएं हैं, सामाजिक कार्यकर्ता हैं, ऐसी भी महिलाएं हैं जिन्होंने बेहद अत्याचार झेला है.
वाड्रा ने कहा कि जिन महिलाओं को टिकट मिला है उसमें पत्रकार, पार्टी की जिलाध्यक्ष, अभिनेत्री शामिल हैं. प्रियंका ने बताया कि पार्टी ने पंखुड़ी पाठक, सदफ जाफर, आराधना मिश्रा, अल्पना निषाद, चित्रा वर्मा, निर्मला चौधरी, रमा कश्यप, कांती पांडेय, लबोनी सिंह को टिकट दिया है. उन्होंने कहा कि उन्नाव में रेप पीड़िता की मां आशा सिंह को भी टिकट दिया गया है.
प्रियंका ने कहा कि हमारी उन्नाव की प्रत्याशी उन्नाव गैंगरेप पीड़िता की मां हैं. हमने उनको मौका दिया है कि वे अपना संघर्ष जारी रखें. जिस सत्ता के जरिये उनकी बेटी के साथ अत्याचार हुआ, उनके परिवार को बर्बाद किया गया, वही सत्ता वे हासिल करें. उन्होंने कहा कि हमने सोनभद्र नरसंहार के पीड़ितों में से एक रामराज गोंड को भी टिकट दिया है. इसी तरह आशा बहनों ने कोरोना में बहुत काम किया, लेकिन उन्हें पीटा गया. उन्हीं में से एक पूनम पांडेय को भी हमने टिकट दिया है.