बनासकांठा, गुजरात — बनासकांठा जिले के एक पटाखा गोदाम में हुए भीषण विस्फोट के मामले में पुलिस ने गुरुवार को आरोपी पिता-पुत्र की जोड़ी को आठ दिन की रिमांड पर लिया है। इस हादसे में मंगलवार को 21 लोगों की मौत हो गई थी, जिनमें सात बच्चे भी शामिल हैं।
आरोपी खुबचंद रेनूमल मोहनानी और उनका बेटा दीपक खुबचंद मोहनानी, ‘दीपक ट्रेडर्स’ नामक कंपनी के मालिक हैं, जिसके स्वामित्व में यह गोदाम था। दोनों को मंगलवार को हिरासत में लिया गया था और उनके खिलाफ गैर इरादतन हत्या सहित भारतीय न्याय संहिता (BNS), विस्फोटक अधिनियम, 1884 और विस्फोटक पदार्थ अधिनियम, 1908 की धाराओं के तहत दीसा रूरल पुलिस थाने में मामला दर्ज किया गया है।
बनासकांठा के पुलिस अधीक्षक (SP) अक्षयराज मकवाणा ने बताया कि दोनों आरोपियों को बुधवार रात औपचारिक रूप से गिरफ्तार किया गया और गुरुवार को स्थानीय अदालत में पेश किया गया, जहां से पुलिस को 11 अप्रैल तक की आठ दिन की रिमांड मिली।
मामले में बुधवार को चार और लोगों को हिरासत में लिया गया, जिनमें दीपक का भाई, कंपनी का अकाउंटेंट, GST बिलिंग का कार्य देखने वाला व्यक्ति और एक अन्य शामिल है, जिस पर खुबचंद और दीपक के मोबाइल फोन को छिपाने या नष्ट करने की कोशिश का आरोप है। गुरुवार शाम तक ये सभी चारों व्यक्ति हिरासत में रहे और पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है।
घटना की जांच के लिए दो विशेष जांच टीमें (SIT) गठित की गई हैं — एक टीम बनासकांठा पुलिस की है जिसकी अगुवाई डिप्टी एसपी सी.एल. सोलंकी कर रहे हैं, जबकि दूसरी टीम राजस्व विभाग के IAS अधिकारी भाविन पटेल के नेतृत्व में बनाई गई है। दोनों टीमों ने अपनी जांच शुरू कर दी है।
फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (FSL) की प्रारंभिक जांच में विस्फोट स्थल से दो रसायनों — एल्युमिनियम पाउडर और येलो डेक्सट्रिन पाउडर — के अवशेष पाए गए हैं। एल्युमिनियम पाउडर अत्यधिक ज्वलनशील होता है और पटाखों में फ्लैश इफेक्ट पैदा करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है, जबकि येलो डेक्सट्रिन बाइंडिंग एजेंट के रूप में प्रयोग होता है।
SP मकवाणा ने बताया, “इस फर्म ने यह एल्युमिनियम पाउडर मुंबई की एक कंपनी से खरीदा था। हम यह जांच कर रहे हैं कि यह पदार्थ क्यों खरीदा गया था।”
यह हादसा हाल के वर्षों में क्षेत्र का सबसे बड़ा औद्योगिक विस्फोट बताया जा रहा है, जिसने पटाखा भंडारण और विस्फोटक सामग्री की सुरक्षा पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रशासन ने मामले में पूरी पारदर्शिता के साथ जांच करने और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
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