उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर में सफाई कर्मी के रूप में काम करने वाली 20 वर्षीय एक युवती द्वारा नौ लोगों पर कथित रूप से सामूहिक दुष्कर्म का आरोप लगाए जाने के बाद पुलिस ने अब तक पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. पीड़िता बीए अंतिम वर्ष की पढ़ाई कर रही है.
यूपी तक की वेबसाइट के अनुसार, अयोध्या के कैंट थाने में छात्रा द्वारा दर्ज कराई गयी प्राथमिकी के अनुसार, 16 से 25 अगस्त के बीच तीन अलग-अलग मौकों पर उससे सामूहिक दुष्कर्म किया गया. कैंट के प्रभारी निरीक्षक (एसएचओ) अमरेंद्र प्रताप सिंह ने शुरू में पीटीआई को बताया था, “प्राथमिकी दो सितंबर को दर्ज की गई और तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया.”
इसके बाद, शुक्रवार दोपहर को अयोध्या के पुलिस अधीक्षक (शहर) मधुवन सिंह ने दो और गिरफ्तारियों की पुष्टि की. सिंह ने बताया कि गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान वंश, विनय, शारिक, शिवा और उदित के रूप में हुई है.
पुलिस अधिकारी ने बताया, “पकड़े गए लोगों में से तीन को प्राथमिकी दर्ज होने के एक दिन बाद ही गिरफ्तार कर लिया गया और दो अन्य को बाद में गिरफ्तार किया गया. मामले की जांच जारी है.”
पुलिस को दी गई अपनी शिकायत में महिला ने दावा किया कि, “वह अयोध्या में राम जन्मभूमि पर सफाई कर्मचारी के रूप में काम करती है और एक स्थानीय महाविद्यालय में बीए अंतिम वर्ष की छात्रा है.”
पुलिस ने पीड़िता की शिकायत पर भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 127(2) (गलत तरीके से बंधक बनाना), 75 (यौन उत्पीड़न) और 70(1) (सामूहिक दुष्कर्म) के तहत सात लोगों के खिलाफ नामजद और दो अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है.
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