रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध संकट के बीच हजारों भारतीय यूक्रेन में फंसे हुए हैं जिनमे से ज्यादातर छात्र हैं विदेश मंत्रालय लगातार भारतीय दूतावास के माध्यम से मदद उपलब्ध कराने की कोशिश कर रहा .
रूस-यूक्रेन संकट: रूस ने यूक्रेन में सैन्य अभियान शुरू किया
लगातार गंभीर होते हालात के बीच राज्यसभा सांसद और पूर्व नेता प्रतिपक्ष शक्ति सिंह गोहिल ने ट्वीट कर केंद्र सरकार पर हमलावर हुए है। अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा ” पांच दिन पहले (19/2/22 को) मैंने यूक्रेन से भारतीय नागरिकों की तत्काल और सुरक्षित वापसी की मांग की थी। सरकार ने तत्काल कार्रवाई नहीं की और आज हमारे नागरिक युद्धग्रस्त देश में फंसे हुए हैं। विदेश नीति में सरकार पूरी तरह विफल रही है।” कांग्रेस राज्य सांसद ने आरोप लगाया कि ऐसी विषम परिस्थिति में एयर इंडिया में किराया तीन से चार गुना बढ़ा दिया है। ऐसा इसलिए हुआ क्योकि सरकार ने एयर इंडिया बेंच दिया। उन्होंने छात्रों को निशुल्क और तत्काल सुरक्षित लाने की मांग की।
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के अनुसार कि रूसी सेना यूक्रेन में प्रवेश कर गई है। हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि अभी नहीं की गई है। इस बीच एक और यह खबर आ रही है कि अलगाववादियों के कब्जे वाले डोनेट्स्क में कम से कम पांच धमाकों की आवाज सुनी गई है। रूस ने दो गांव कब्ज़ा कर लिया है , वही रुसी राष्ट्रपति ने साफ़ किया है कि कोई देश बीच में नहीं पड़े नहीं तो भयानक अंजाम भुगतना पड़ेगा।
भारत में यूक्रेन इंटरनेशनल एयरलाइंस के एक अधिकारी ने जानकारी देते हुए कहा कि यूक्रेन इंटरनेशनल एयरलाइंस (यूआईए) की एक स्पेशल फ्लाइट छात्रों सहित 182 भारतीय नागरिकों के साथ आज सुबह 7:45 बजे दिल्ली हवाई अड्डे पर लैंड हुई।
रूस-यूक्रेन विवाद पर संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टी.एस. तिरुमूर्ति ने कहा कि हम तत्काल युद्ध टालने की अपील करते हैं, स्थिति एक बड़े संकट में तब्दील होने के कगार पर है। अगर इसे सावधानी से नहीं संभाला जाता तो यह सुरक्षा को कमजोर कर सकता है। सभी पक्षों की सुरक्षा को ध्यान में रखा जाना चाहिए।
संयुक्त राष्ट्र में रूस के प्रतिनिधि ने कहा कि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन द्वारा घोषित विशेष अभियान लोगों की रक्षा के लिए हैं, जो वर्षों से पीड़ित हैं। हमारा लक्ष्य नरसंहार से मुक्त करना है। उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अनुच्छेद 51 के अनुरूप निर्णय लिया गया है हम यूक्रेन में स्थिति का विश्लेषण करेंगे।