गुजरात की नवोदित आम आदमी पार्टी ( आप ) अपने सुप्रीमो और दिल्ली के मुख्यमंत्री द्वारा हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनाव प्रचार में किये गए दावों को परिणाम में बदलने में विफल रही हो लेकिन 12.92% प्रतिशत वोट और 5 विजेता सीटों के आलावा उसके पास खुश होने के कई कारण है. आप ने गुजरात के लगभग हर कोने में अपनी शानदार उपस्थिति दर्ज कराई है ,साथ कांग्रेस को 34 विधानसभा सीटों में तीसरे नंबर पर धकेल दिया है।2017 के विधानसभा चुनाव में आप को केवल 0 . 1 प्रतिशत मत हासिल हुआ था। आप ने डेडियापाडा ,बोटाद ,जमजोधपुर ,विसावदर और गारियाधार में जीत हासिल की है। यह सभी ग्रामीण विस्तार की सीट हैं। आपके के कारण 10 सीटों पर कांग्रेस के बड़े नेताओं की हार हुयी है। शहरी विस्तार में सूरत के अलावा आप बेहतर प्रदर्शन नहीं कर सकी जो भाजपा के लिए राहत और कांग्रेस के लिए रेड अलर्ट हैं।
आप सुप्रीमो अरविन्द केजरीवाल ने इस शानदार उपलब्धि के लिए आप के सभी कार्यकर्ताओं और देशवासियों को मील का पत्थर हासिल करने पर बधाई दी।
हालांकि, इसके दो सबसे प्रमुख नेताओं- मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार इसुदन गढ़वी और प्रदेश अध्यक्ष गोपाल इटालिया को भाजपा ने धूल चटा दी है। दोनों की आप के लिए सदमे की तरह है। गढ़वी खंभालिया से के मुलुभाई बेरा से 18,000 से अधिक वोटों से हार गए।
गोपाल इटालिया कतारगाम निर्वाचन क्षेत्र से 64,627 मतों के अंतर से भाजपा के विनोद भाई मोरडिया से पराजित हुए।
दरअसल, केजरीवाल ने लिखित में दिया था कि गोपाल ,ईसुदान के साथ वराछा उम्मीदवार अल्पेश कथीरिया की भी जीत होगी. लेकिन गढ़वी और इटालिया के अलावा अल्पेश वराछा रोड निर्वाचन क्षेत्र से भी हार गए।
आम आदमी पार्टी के लिए ख़ुशी की बात यह है वह 12.92% प्रतिशत वोट और पांच विधायकों के सहारे राष्ट्रीय पार्टी बन गयी है।
भिलोडा , चौरासी ,चोटिला, देवगढ़बरिया, धरमपुर, धारी, फतेपुरा, गढ़ाडा, झालोद, जामनगर उत्तर, जामनगर ग्रामीण, जसदण , जेतपुर, जेतपुर, झालोद, कलावड, लिंबायत, लिंबडी, लिमखेड़ा, मजुरा, मांगरोल, मोरवा हडफ, नरोडा , निर्झर राजकोट ग्रामीण, राजकोट दक्षिण, संतरामपुरा
वलसाड, वराछा, व्यारा, सूरत उत्तर, तलाला, वाधवान विधान सभा क्षेत्रों में आम आदमी पार्टी दूसरे नंबर पर रही