गोंडल में, शहर तालुका आंगनवाड़ी सहायिका महिला कार्यकर्ता विभिन्न मुद्दों पर हड़ताल,नारेबाजी कर विरोध प्रदर्शित किया
आंगनबाडी कार्यकर्ता अब मानदेय वेतन की जगह वेतन फिर से शुरू करने और इसे स्थायी करने और निजीकरण रोकने की मांग के साथ ही भविष्य निधि ग्रेच्युटी पेंशन जैसी योजना शुरू करने की मांग के साथ सरकार के खिलाफ बिगुल फूंक रही हैं.
गोंडल में 300 से अधिक आंगनबाडी महिलाएं हड़ताल पर हैं और वे इस संबंध में विभिन्न योजनाओं की मांग कर रही हैं।
इस आंदोलन में आंगनबाडी कार्यकर्ता संघ के जिलाध्यक्ष ने कहा कि तंत्र द्वारा दिन रात बिना देखे नई जिम्मेदारियां दी जा रही हैं ऐसा लगता है कि सरकार ने आंगनबाडी बहनों को 7800 रुपये देकर खरीद लिया है. आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओ के हक़ नहीं दिए जा रहे हैं इसलिए अब आंदोलन किया जा रहा है.उन्होंने यह भी कहा कि सरकार द्वारा उपलब्ध कराए गए मोबाइल लगातार बंद हैं
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साथ ही इन महिलाओं को न तो कोई पीएफ मिलता है और न ही कोई पेंशन जिसके चलते इनमें से कई महिलाओं को सरकार ने 7800 देकर बंधुआ की तरह रखा जा रहा है. सवाल यह है कि महिलाएं भी इतनी महंगाई में घर कैसे चला पाएगी , राज्यव्यापी आंदोलन के तहत यह प्रदर्शन किया जा रहा है।
ऐसा आदर्श राज्य है गुजरात, जहां बच्चों के नसीब में भरपेट खाना नहीं