“बदला लेने की यात्रा” शिखर पर है। कोविड ने “इस क्षण का अभी” आनंद ले लेने को लेकर जमकर सबक सिखाए हैं। सो, अमदावादी ऐसे किसी भी क्षण को जी लेने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं। उदाहरण है- होली। रंगों का यह पर्व यूं तो सप्ताह के बीच में यानी 7 और 8 मार्च को पड़ता है। फिर भी, टूर ऑपरेटरों का बुकिंग शेड्यूल खचाखच हैं। पसंदीदा स्थलों में गोवा, माउंट आबू, उदयपुर और कुंभलगढ़ शामिल हैं।
यूनिकॉर्न ट्रैवल्स के निदेशक श्रीराम पटेल कहते हैं, “2022 की होली की तुलना में इस बार बुकिंग में 40 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। पिछले साल होली का त्योहार वीकेंड पर था, जिससे भारी भीड़ थी। वैसे बढ़ती गर्मी भी इस साल आनंद लेने के लिए अहमदाबाद छोड़ने को प्रेरित करता लगता है।”
पटेल ट्रेवल एजेंट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (टीएएआई) के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष भी हैं। उन्होंने कहा: “होली हमेशा से कई लोगों के लिए फौरी तौर पर पलायन भी रहा है। खासकर अहमदाबाद की बढ़ती गर्मी से दूर रहने के लिए।”
इसी तरह, वैनगार्ड हॉलीडेज के एमडी शैलेश अग्रवाल कहते हैं, “अमदवादियों के लिए लोकप्रिय गंतव्य (destinations) उदयपुर, माउंट आबू और कुंभलगढ़ हैं। ये स्थान दर्शनीय और ठंडे तो हैं ही, यहां शाकाहारी भोजन भी आसानी से मिल जाते हैं। साथ ही, कश्मीर या केरल की यात्रा की तुलना यहां कम समय में ही पहुंचा जा सकता है।”
महामारी के बाद यात्रा को टॉप गियर में स्वीकार करते हुए टीएएफआई गुजरात के अध्यक्ष मनीष शर्मा ने कहा, “लोगों ने हमेशा इस मौसम में एक छोटी रिचार्ज यात्रा को अहमियत दी है। वे स्कूल की परीक्षा और वित्तीय वर्ष के अंत में होने वाली कागजी कार्रवाई के लिए बिल्कुल तरोताजा होकर वापस आते हैं।”
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