ख्याति अस्पताल (Khyati Hospital) के मालिक और एंजियोप्लास्टी मौतों के मामले में मुख्य आरोपी कार्तिक पटेल (Kartik Patel) फिलहाल दुबई में छिपा हुआ है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने इसकी पुष्टि की है।
एक वरिष्ठ अपराध शाखा अधिकारी ने बताया कि, “कार्तिक पटेल 3 नवंबर को ऑस्ट्रेलिया गया और वहां से दुबई भाग गया।” उन्होंने कहा कि जांच के तहत एक चार्टर्ड अकाउंटेंट को शामिल किया जाएगा, जो अस्पताल के खातों की जांच करेगा। ख्याति अस्पताल ने प्रधान मंत्री जन आरोग्य योजना (PM-JAY) के तहत एंजियोप्लास्टी कर 22 करोड़ रुपये से अधिक की कमाई की थी।
यह मामला 11 नवंबर को मेहसाणा के बोरिसाणा गांव के दो मरीजों—महेश बारोट (52) और नागर सेनमा (72)—की मौत के बाद सामने आया। जांच में पिछले 18 महीनों में अस्पताल में हुई तीन और मौतों का पता चला। ये तीनों मरीज कड़ी के निवासी थे, जिन्हें उनके गांवों में आयोजित स्वास्थ्य शिविरों के दौरान धमनियों में ब्लॉकेज की जानकारी दी गई थी।
25 नवंबर को, अपराध शाखा ने खेड़ा जिले के कपरवांज के पास एक खेत से चार आरोपियों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार व्यक्तियों में अस्पताल के मार्केटिंग और ब्रांडिंग निदेशक चिराग राजपूत, सीईओ राहुल जैन और उनके सहयोगी मिलिंद पटेल, पंकिल पटेल और प्रतीक भट्ट शामिल हैं।
मिलिंद पटेल पर स्वास्थ्य शिविर आयोजित करने और अहमदाबाद व आसपास के जिलों में जनरल फिजिशियनों के साथ मिलकर मरीजों को ख्याति अस्पताल भेजने की जिम्मेदारी थी। वहीं, पंकिल पटेल और प्रतीक भट्ट पर इन शिविरों में लोगों को मेडिकल प्रक्रियाएं कराने के लिए राजी करने का आरोप है।
बारोट और सेनमा की मौत ने अस्पताल के कृत्यों को उजागर किया। एफआईआर में आरोप लगाया गया है कि इन दोनों मरीजों को एंजियोप्लास्टी की आवश्यकता नहीं थी।
13 नवंबर को, वासत्रापुर पुलिस स्टेशन में ख्याति अस्पताल के निदेशक कार्तिक पटेल, डॉ. प्रशांत वज़ीरानी, डॉ. संजय पटोलिया, राजश्री कोठारी और चिराग राजपूत के खिलाफ तीन एफआईआर दर्ज की गईं। इन पर आपराधिक साजिश और गैर इरादतन हत्या का आरोप है।
इस बीच, शुक्रवार को अपराध शाखा ने चिराग राजपूत के मकरबा स्थित घर पर छापा मारा। पुलिस ने PM-JAY के डिपुटेशन पर कार्यरत अधिकारियों से भी पूछताछ की, जिनकी इस योजना के तहत अनुमोदन प्रक्रिया में भूमिका की जांच की जा रही है।
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