अहमदाबाद के जिला कलेक्टरने गंभीर रूप से बीमार 11 साल की बच्ची की इच्छा पूरी की हे. अहमदाबादके जिला कलेक्टर संदीप सांगलेने ब्रेन ट्यूमर से पीड़ित फ्लोरा को एक दिन के लिए ‘कलेक्टर’ बनने का मौका देकर उसकी इच्छा पूरी कर दी।
फ्लोरा की मां, सोनलबेन असोदिया, याद करते हुए कहती हैं, “मेरी 11 वर्षीय बेटी फ्लोरा, 8 वीं कक्षा की छात्रा, का हमेशा से एक सपना था कि वह पढ़ाई के बाद कलेक्टर बने। लेकिन सात महीने पहले उसे ब्रेन ट्यूमर का पता चलने के बाद हम सभी चिंतित थे कि यह कैसे होगा? हम बहुत खुश हैं कि फ्लोरा को अपना सपना पूरा करने का मौका मिला।”
अहमदाबाद के जिलाधिकारी सांगले को जब फ्लोरा की इच्छा के बारे में पता चला तो वह बिना देर किए एक दिन के लिए उन्हें अपनी कुर्सी पर बैठाने को तैयार हो गए। सरगासन की रहने वाली फ्लोरा को जिला प्रशासन के वाहन से अहमदाबाद जिला कलेक्टर कार्यालय लाया गया। उसे दरवाजे पर गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया और सीधे कलेक्टर के चैंबर में ले जाया गया। इस अवसर पर फ्लोरा के परिवार के सदस्यों के अलावा अपर रेजिडेंट कलेक्टर परिमल पंड्या, अपर रेजिडेंट डिप्टी कलेक्टर योगीराज सिंह गोहिल, दहेज निषेध अधिकारी नीलेश्वरीबा वाघेला सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
असोदिया कहते हैं, “जिला कलेक्टर ने उसे व्यक्तिगत रूप से अपनी कुर्सी पर बिठाया, जिसके बाद फ्लोरा के चेहरे पर बड़ी-सी मुस्कान छा गई।” इस बारे में बताते हुए सांगले कहते हैं, ”फ्लोरा हमेशा मेधावी छात्र रही है। जब मैंने उसकी इच्छा के बारे में सुना, तो अपने अधिकारियों को उसके घर भेजा। नाजुक स्वास्थ्य के कारण फ्लोरा के माता-पिता ऐसा करने से हिचकिचा रहे थे। लेकिन मैंने उन्हें आश्वस्त किया। यह अवसर मिलना मेरे लिए गर्व की बात है।” इस अवसर पर जिला प्रशासन ने फ्लोरा को एक टैबलेट और बार्बी गर्ल सेट भी भेंट किया। फ्लोरा के जन्मदिन के उपलक्ष्य में कलेक्टर के कक्ष में केक भी काटा गया।
फ्लोरा के पिता अपूर्वभाई असोदिया खुद सांगले की तारीफ कर रहे हैं। वह कहते हैं, ”जिला कलेक्टर के गर्मजोशी भरे इस पहल को हम जीवन भर नहीं भूलेंगे।”
फ्लोरा ने इस मौके पर ‘व्हाली डिकारी योजना’ और ‘विधवा सहाय योजना’ के तहत लाभार्थियों को उपहार बांटे। उसके परिवार को विश्वास है कि इसके बाद वह इस घातक बीमारी को हराने, कलेक्टर बनने और लोगों की सेवा करने में अवश्य सक्षम होगी।
मेक अ विश फाउंडेशन
मेक अ विश फाउंडेशन की अहमदाबाद यूनिट उन बच्चों की इच्छाओं को पूरा करती है, जो गंभीर या घातक बीमारी से पीड़ित हैं। यूनिट ने कोरोना काल में कुल 30 बच्चों और 2021 में 6 बच्चों की इच्छा पूरी की है।