शहर के पॉश इलाके में दो लोगों ने दिनदहाड़े एक 15 वर्षीया लड़की का अपहरण करने की कोशिश की। लेकिन लड़की ने बहादुरी दिखाते हुए इसे नाकाम कर दिया। यह घटना सैटेलाइट पुलिस थाने से महज 3 किलोमीटर दूर घटी। लड़की 10वीं की छात्रा है।
लड़की के कारोबारी पिता ने शनिवार को सैटेलाइट पुलिस में एफआईआर दर्ज कराई। उन्होंने पुलिस को बताया कि हमलावरों की उम्र करीब 35 साल थी। लड़की के पिता ने अपनी शिकायत में कहा, ”शुक्रवार को दोपहर करीब साढ़े तीन बजे मेरी 15 साल की बेटी सीमा हॉल के पास ट्यूशन पढ़ने जा रही थी। वह आमतौर पर एक ऑटोरिक्शा लेने के लिए हमारे घर के पास एक सुनसान गली से गुजरती है। उसने शुक्रवार को भी ऐसा ही किया। जब वह प्रभाव बंगलों के पास थी, तभी एक ऑटोरिक्शा के पास खड़े दो लोगों ने उसे देखा।”
उन्होंने कहा, “दो पुरुषों में से एक पतला-सा था और नीले रंग की शर्ट पहने हुए था। उसने मेरी बेटी को उसके कंधों से पकड़ लिया। जब उसने भागने की कोशिश की, तो वह मेरी बेटी के पैरों पर खड़ा हो गया, ताकि उसे भागने से रोका जा सके।” पिता ने आगे कहा, “तभी दूसरे व्यक्ति ने मेरी बेटी की गर्दन पकड़ी और उसका मुंह बंद कर दिया।”
सैटेलाइट पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि लड़की ने साहस का प्रदर्शन किया और गर्दन पकड़े हुए व्यक्ति को धक्का दे दिया। फिर वह मौके से भाग गई। रास्ते में एक ऑटोरिक्शा को रोका और उससे ट्यूशन क्लास की ओर चल दी। अधिकारी ने कहा कि लड़की इस कदर सदमे में थी कि उसने पहले अपने एक दोस्त को ही इस बारे में बताया। आखिरकार, उसने अपनी सहेली के सेलफोन से मां को फोन किया और घटना की जानकारी दी।
उसके पिता को तब सूचित किया गया तब उन्होंने दोस्तों और समाज के अन्य लोगों के साथ दोनों व्यक्तियों की तलाश करने की कोशिश की। पिता ने एफआईआर में कहा कि क्योंकि वह सदमे में थी, इसलिए परिवार ने शुक्रवार को पुलिस से संपर्क नहीं किया। कुछ सलाह-मशविरे के बाद परिवार शनिवार को पुलिस के पास गया। सैटेलाइट पुलिस ने POCSO (यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण) कानून के तहत भी मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस की पांच टीमों ने संदिग्धों की तलाश शुरू कर दी है।
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