उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के तरफ से 8 मार्च यानी अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर महिला सशक्तिकरण का संदेश देते हुए, ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’ महिला मार्च आयोजित किया गया ।
कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी महिलाओं के अनूठे मार्च का नेतृत्व किया ।इस दौरान अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती नेट्टा डिसूजा ने बताया कि उत्तर प्रदेश की ऐतिहासिक भूमि से शुरू किया गया ‘लड़की हूँ लड़ सकती हूँ’ अभियान कांग्रेस के लिए आंदोलन है। कांग्रेस पार्टी महिलाओं के सशक्तिकरण की सिर्फ बात ही नहीं करती है, बल्कि उसे जमीन पर लेकर भी जाती है।
उन्होंने बताया कि ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’ कांग्रेस के लिए सिर्फ चुनावी नारा नहीं बल्कि देश-प्रदेश में महिलाओं को सामाजिक-आर्थिक रूप से सशक्त और सक्षम बनाने के लिए शुरू किया गया आंदोलन है। इसका उद्देश्य भारतीय राजनीति में महिलाओं और उनकी आकांक्षाओं को मुख्यधारा में लाना है।
विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी ने वादा किया था कि पार्टी कुल उम्मीदवारों से 40 प्रतिशत टिकट महिलाओं को देगी। पार्टी ने वह वादा पूरा किया और इस विधानसभा चुनाव में पार्टी की ओर से 159 महिला उम्मीदवारों को पार्टी ने चुनाव लड़ने का मौका दिया। प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आयोजित इस मार्च में डॉक्टर्स, सेविकाओं, शिक्षिकाओं के साथ खेल और सिनेमा जगत से जुड़ी महिलाओं के अलावा कांग्रेस पार्टी की महिला पदाधिकारी व कार्यकर्ता विधानसभा की सभी महिला उम्मीदवार उपस्थित थी।
यह मार्च 1090 चौराहे से शुरू होकर वीरांगना ऊदा देवी प्रतिमा, सिकंदरबाग़ पर ख़त्म हुआ। इस मार्च में ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’ की मुहिम को आगे बढ़ाते हुए प्रदेश के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की 159 महिला उम्मीदवार भी शामिल हुई । इसके अलावा पूरे देश में कांग्रेस पार्टी की निर्वाचित, महिला जनप्रतिनिधियों को भी इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया है।
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