वडोदरा शहर में महाराजा सयाजीराव विश्वविद्यालय (MSU) के कैंपस में कथित तौर पर नमाज अदा करने का वीडियो वायरल होने के बाद तनाव फैल गया। बजरंग दल ने सोमवार को कैंपस में नमाज पढ़ने वाले दोनों छात्रों का विरोध किया। वायरल वीडियो को देखते हुए कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए अधिकारियों को पुलिस बुलानी पड़ी, क्योंकि तब परीक्षा चल रही थी। छात्र कॉमर्स फैकल्टी के बताए जा रहे हैं।
घटना की जानकारी होने पर बजरंग दल के सदस्यों ने उस जगह को गंगा जल से शुद्ध किया, जहां कथित तौर पर नमाज अदा की गई थी। बजरंग दल ने हनुमान चालीसा का जाप करते हुए विरोध भी जताया।
वडोदरा के सयाजीगंज पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर आरजी जडेजा के मुताबिक, ‘अभी तक एफआईआर दर्ज नहीं की गई है, क्योंकि किसी ने औपचारिक शिकायत लेकर हमसे संपर्क नहीं किया है। यह विश्वविद्यालय का इंटरनल मामला है।”
हालांकि, यूनिवर्सिटी के पीआरओ लकुलिश त्रिवेदी ने दावा किया कि यूनिवर्सिटी की एक सतर्कता टीम मौके पर पहुंची और पुलिस को बुलाया, क्योंकि परीक्षा चल रही थी। उन्होंने कहा, “दोनों बीकॉम सेकेंड ईयर के छात्र थे और परीक्षा के लिए अंदर जाने से पहले नमाज अदा कर रहे थे। विश्वविद्यालय प्रशासन आने वाले दिनों में उन्हें काउंसलिंग के लिए बुलाएगा, ताकि उन्हें समझा सके कि यह एक शैक्षणिक संस्थान है। उन्हें कैंपस में इस तरह की गतिविधियों से बचना चाहिए।” वीडियो कथित तौर पर सोमवार सुबह कैंपस के अंदर सामान्य शिक्षा (General Education) भवन के पास शूट किया गया था।
इससे पहले 24 दिसंबर को दूसरे जिले के एक जोड़े का कैंपस में नमाज पढ़ते हुए एक और वीडियो वायरल हुआ था। वे अपने बच्चे के साथ आए थे, जिसे कोर्स ऑन कम्प्यूटर कॉन्सेप्ट्स (CCC)की परीक्षा देनी थी, जिसका केंद्र एमएसयू था।
बजरंग दल, वड़ोदरा के अध्यक्ष केतन त्रिवेदी ने बताया, “हमें MSU के विजिलेंस सेल द्वारा शनिवार को कैंपस में नमाज अदा करने वाले दो छात्रों के बारे में बताया गया था। परीक्षाएं चल रही हैं, इसलिए विजिलेंस सेल ने उन्हें रोक दिया। तब उन्होंने दोबारा ऐसा नहीं करने का वादा किया। लेकिन सोमवार को यूनिवर्सिटी कैंपस में दो लड़कों ने जानबूझकर नमाज अदा की। इसलिए हमने विरोध किया।” उन्होंने आगे कहा, “हमने गंगा जल से उन सभी जगहों को शुद्ध कर दिया, जहां उन्होंने नमाज अदा की। वहां हनुमान चालीसा का पाठ भी किया गया।” त्रिवेदी ने कहा कि वह एमएसयू के वाइस चांसलर से मिलने भी गए थे, लेकिन वह उपलब्ध नहीं थे। ऐसे में बजरंग दल की ओर से एक बयान जनसंपर्क अधिकारी को सौंप दिया गया।
वड़ोदरा में मौजूद भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने इस घटना की जानकारी होने पर कड़ी टिप्पणी की है। उन्होंने कहा कि लोगों को शैक्षणिक परिसरों के अंदर इस तरह की धार्मिक गतिविधियों में शामिल नहीं होना चाहिए।
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