अडानी समूह, जिनके विविध क्षेत्रों में प्रसार हैं, उनकी नवीकरणीय ऊर्जा शाखाने 4,667 मेगावाट हरित ऊर्जा की आपूर्ति के लिए भारतीय सौर ऊर्जा निगम (SECI) के साथ दुनिया के सबसे बड़े हरित बिजली खरीद समझौते (PPA) पर हस्ताक्षर किए हैं। यह कंपनी, अदानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एजीईएल) जो की दुनिया की सबसे बड़ी सौर ऊर्जा विकासकर्ता है, उसने किया हुआ यह समझौता, जून 2020 में SECI द्वारा AGEL को दिए गए 8,000 MW के मैन्युफैक्चरिंग-लिंक्ड सोलर टेंडर का हिस्सा है।
गुजरात के असाधारण रूप से सफल उद्यमी और समूह के अध्यक्ष गौतम अडानी ने कहा है कि उनका इस क्षेत्रमें प्रवेश भारत के नवीकरणीय ऊर्जा पदचिह्न में तेजी लाने के साथ-साथ आत्मनिर्भर भारत कार्यक्रम के तहत घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा देने के लिए भारत के दोहरे उद्देश्य को सक्षम करेगा। उन्होंने 2030 तक दुनिया की सबसे बड़ी नवीकरणीय ऊर्जा कंपनी बनने की समूह की प्रतिबद्धता को भी दोहराया।
COP26 की कार्यवाही के बाद यह स्पष्ट हो रहा है कि दुनिया को पहले की अपेक्षा कम कार्बन अर्थव्यवस्था में तेजी से बदलना होगा। अडानी समूह ने नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में 50-70 अरब डॉलर के निवेश की प्रतिबद्धता जताई है।
2020 में दिए गए 8000 मेगावाट में से, एजीईएल ने एसईसीआई के साथ 6000 मेगावाट की कुल उत्पादन क्षमता के लिए पीपीए पर हस्ताक्षर किए हैं। एजीईएल को अगले कुछ महीनों में शेष 2000 मेगावाट पीपीए को पूरा करने की उम्मीद है।