हेड क्लर्क की परीक्षा में पेपर लीक घोटाले को गुजरात सरकार द्वारा स्वीकार कर लेने के बावजूद आम आदमी पार्टी (आप) के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। इस सत्तारूढ़ भाजपा सरकार ने बेवजह का नाटक कहा है। अब इस नाटक के कारण भगवा पार्टी के राज्य मुख्यालय कमलम में भाजपा और आप के बीच राजनीतिक हंगामा हो गया।
गुजरात पुलिस ने सोमवार को भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर गांधीनगर में सत्तारूढ़ पार्टी के कमलम मुख्यालय पर आम आदमी पार्टी (आप) के कार्यकर्ताओं पर जमकर लाठियां बरसाईं। मारपीट की, घसीटा और खदेड़ दिया। बाद में कथित तौर पर अराजकता फैलाने के आरोप में 500 कार्यकर्ताओं के खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज कर दी गई।
आप सदस्य गुजरात अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड (जीएसएसएसबी) के अध्यक्ष असित वोरा को 12 दिसंबर की हेड क्लर्क परीक्षा के प्रश्नपत्र के लीक होने के मामले में बर्खास्त करने की मांग कर रहे थे।
इसके बदले में भाजपा ने पत्रकार से आप नेता बने इसुदान गढ़वी पर भगवा पार्टी की महिला सदस्यों के खिलाफ नशे में व्यवहार करने का गंभीर आरोप लगाया। भाजपा की महिला प्रवक्ताओं में से एक श्रद्धा राजपूत ने बाद में इसके लिए और साथ ही आप कार्यकर्ताओं के खिलाफ भाजपा मुख्यालय में कथित रूप से बवाल करने के लिए पुलिस में शिकायत दर्ज की। इसुदान और गोपाल इटालिया पर भाजपा की दो महिला कार्यकर्ताओं ने छेड़खानी और यौन दुर्व्यवहार तक का आरोप लगाया। राजपूत ने आरोप लगाया कि नशे की हालत में गढ़वी ने भगवा पार्टी की महिला सदस्यों को परेशान किया और उनके साथ मारपीट की। हालांकि जो वीडियो फुटेज मिले हैं, उनमें भाजपा युवा मोर्चा के प्रमुख प्रकाश कोराट को भी आप प्रदर्शनकारियों के खिलाफ हिंसा में लिप्त देखा गया है।
आप की घेराबंदी कार्यक्रम की जानकारी मिलने पर सचिवालय से भाजपा कार्यालय पहुंचे गृह राज्य मंत्री हर्ष सांघवी ने कहा, ‘आप पेपर लीक का राजनीतिक फायदा उठाने की कोशिश कर रही है, जबकि सरकार ने पहले ही कार्रवाई शुरू कर दी है।”
हालांकि शाम तक सरकारी सिविल अस्पताल में गढ़वी की पहली मेडिकल रिपोर्ट नकारात्मक आई- यानी वह शराब के नशे में नहीं थे। यह परीक्षण ब्रेथ एनालाइजर के जरिये किया गया है।
गौरतलब है कि 12 दिसंबर को आयोजित सरकारी हेड क्लर्क परीक्षा के पेपर लीक होने को लेकर शोर आप ने ही मचाई थी। उस परीक्षा में 88,000 से अधिक उम्मीदवार शामिल थे। इसलिए आप गुजरात अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड (जीएसएसएसबी) के अध्यक्ष असित वोरा को बर्खास्त करने की मांग कर रही है।
आप कार्यकर्ता इस बात से संतुष्ट नहीं हैं कि मामले की जांच पुलिस को दे दी गई है और कम से कम 11 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। आप और कांग्रेस ने पिछले सात वर्षों के दौरान जीएसएसएसबी द्वारा आयोजित सरकारी परीक्षाओं के प्रश्न पत्र लीक होने की नौ घटनाओं की ओर इशारा किया है। वे वोरा पर गंभीर आरोप लगाते रहे हैं, जो भाजपा नेता और अहमदाबाद के पूर्व मेयर हैं।
यह जानते हुए कि आप के कार्यकर्ता गांधीनगर में राज्य सचिवालय की घेराबंदी करने की योजना बना रहे हैं, सरकार ने सचिवालय परिसर के मुख्य द्वार बंद कर दिए थे।
हालांकि आप कार्यकर्ताओं ने उन्हें चकमा देकर भाजपा मुख्यालय पर धावा बोल दिया। जैसे ही पार्टी के कई कार्यकर्ता श्री कमलम परिसर में घुसे, भाजपा कार्यकर्ताओं ने उन पर लाठियों से हमला कर दिया। तब भी, जब पुलिस मौके पर पहुंच गई और उन्हें बाहर निकालना शुरू कर दिया।
इस हमले में आप के प्रदेश अध्यक्ष गोपाल इटालिया और पत्रकार से आप नेता बने इसुदान गढ़वी समेत आप के कई कार्यकर्ता घायल हो गए। किसी की पीठ में चोट लगी है, तो किसी के सिर पर चोटें आई हैं। कई के सिर से खून बहते भी देखा गया है। पुलिस ने उनमें से कई को भाजपा के कमलम कार्यालय में पीटा, खींचा, धक्का दिया और घसीटा। हालांकि, आप कार्यकर्ताओं के खिलाफ ही बवाल करने के आरोप में एफआईआर दर्ज कर ली गई है।
इस बीच पेपर लीक घोटाले के आरोपियों के भाजपा से संबंध होने के आरोप लगाने वाली कांग्रेस पार्टी ने इसमें शामिल “बड़े खिलाड़ियों” के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शन किया।