कोविड -19 (Covid-19) और स्वाइन फ्लू संक्रमणों (swine flu infections) की तरह, अहमदाबाद (Ahmedabad) के पश्चिमी क्षेत्र अब डेंगू (dengue) और अन्य वेक्टर जनित बीमारियों के लिए एक केंद्र बन गए हैं। इस साल दर्ज किए गए कुल 620 मामलों में से 348 या 56% मामले शहर के पश्चिमी हिस्सों से दर्ज किए गए हैं।
शेष 44% या 272 मामले शहर के पूर्वी हिस्सों से सामने आए। सबसे ज्यादा डेंगू के मामले (dengue cases) अहमदाबाद शहर (Ahmedabad city) के बोदकदेव (Bodakdev), जोधपुर (Jodhpur), थलतेज (Thaltej), चांदलोदिया (Chandlodia) और गोटा (Gota) से सामने आए हैं। सबसे ज्यादा 49 मामले थलतेज से और उसके बाद गोटा में 47 मामले सामने आए हैं। वहीं, पूर्वी हिस्सों में सबसे ज्यादा 43 डेंगू के मामले रामोल-हाथीजन इलाके में सामने आए।
अहमदाबाद नगर निगम (Ahmedabad Municipal Corporation) एएमसी के आंकड़ों के मुताबिक, इस साल कुल मामलों में से 217 मामले इस महीने के पहले 11 दिनों में सामने आए। पिछले एक माह में डेंगू से एक व्यक्ति की मौत हुई है।
एएमसी के आंकड़ों (AMC data) से पता चलता है कि शहर के अस्पतालों में इस महीने के पहले 11 दिनों में मलेरिया (malaria) के 72 मामले, फाल्सीपेरम (falciparum) के छह मामले, डेंगू (dengue) के 217 मामले और चिकनगुनिया (chikungunya) के 15 मामले सामने आए हैं।
1 जनवरी से 11 सितंबर की अवधि के दौरान, शहर के अस्पतालों में मलेरिया (malaria) के 815 मामले दर्ज किए गए हैं। इनमें से सबसे अधिक, 209 मामले, नागरिक निकाय के पूर्वी क्षेत्र के क्षेत्रों से सामने आए, इसके बाद पश्चिमी क्षेत्र के क्षेत्रों में 157 मामले और उत्तरी क्षेत्र के क्षेत्रों में 137 मामले सामने आए।
एएमसी (AMC) के अधिकारियों ने बताया कि एक जनवरी से 11 सितंबर के बीच रानिप क्षेत्र (Ranip area) में सबसे ज्यादा 62 मलेरिया के मामले सामने आए हैं, इसके बाद सरखेज में 56 और निकोल में 52 मामले सामने आए हैं।
अधिकारियों ने बताया कि इसी अवधि में चिकनगुनिया (chikungunya cases) के सबसे ज्यादा 13 मामले वेजलपुर से और 12-12 मामले थलतेज और कुबेरनगर इलाके में सामने आए।
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