छत्तीसगढ़ के बिलासपुर गाँव से पांच लोगो को गिरफ्तार किया गया| उन पर आरोप है की वह सुवर का शिकार करने के लिए निकले थे मगर उन्होंने अक तेंदुए का शिकार किया|
बिलासपुर संभागीय वनाधिकारी कुमार निशांत ने बताया कि पिछले सोमवार को 8 वर्षीय तेंदुए का शव, जिसमें दो नाखून गायब थे और दांत निकाले गए थे, स्पियात-सोंठी वन रेंज के बिटकुला गांव के पास मिला था|
यह संदेह है की शिकारियों ने बिजली के जटके से इन तेंदुओ को मारा है| शुक्रवार को इस मामले में दो लोग गिरफ्तार कीये गये और बाकि तिन को शनिवार को गिरफ्तार किया गया था| गिरफ्तार किये गये आरोपियों का नाम है फूल सिंह यादव , तिजराम पटेल उर्फ़ भागचंद, नंदकुमार पटेल, संतोष धनुहर और समरू धनुहर उर्फ़ संजय है|
आरोपी नंदकुमार से तेंदुए की किल और दांत बरामद हुए है आरोपी ने इन्हें प्लास्टिक की थैली में लपेट क्र 30 फुट गहरे कुएं में डाल दिया था| आरोपियों के पास से एक कुल्हाड़ी, 10 तीर और एक धनुष, बिजली के तार, कुदाल और अवैध शिकार के लिए इस्तेमाल की जाने वाली अन्य चीजें जब्त की गई हैं।
यह भी पढ़े: गुजरात सरकार को उच्चतम न्यायालय ने दिया झटका , उच्च न्यायालय का आदेश बरक़रार
वन अधिकारियों ने क्षेत्र में चार अलग-अलग स्थानों पर करवाई की और 19 किलो पैंगोलिन तराजू, चार सितारा कछुआ और छह तेंदुए की नाखून बरामद किये गये।
11 फरवरी को राजधानी रायपुर से करीब 300 किलोमीटर दूर स्थित बस्तर जिले के मुख्यालय जगदलपुर में कुछ लोगों द्वारा जंगली जानवरों के अंगों को बेचने की सूचना मिलने के बाद वन विभाग और पुलिस की संयुक्त टीम को मौके पर भेजा गया| मुख्य वन संरक्षक (जगदलपुर सर्कल) मोहम्मद शाहिद ने कहा।
उन्होंने कहा कि टीम ने दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया, जो एक बैग ले जा रहे थे और जंगल और पुलिस कर्मियों को देखकर भागने की कोशिश कर रहे थे।
उन्होंने कहा, “उनके बैग से 12 किलो वजनी पैंगोलिन तराजू बरामद किया गया, जिसके बाद दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया।”
सीसीएफ ने कहा कि दो अलग-अलग छापों में जगदलपुर में दो अलग-अलग छापेमारी में 6.9 किलोग्राम पैंगोलिन तराजू और तेंदुओं के छह नाखून बरामद किए गए, जबकि एक अन्य छापे में क्षेत्र के दंतेवाड़ा जिले से चार सितारा कछुए जब्त किए गए|